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अगुवानी पुल हादसे में बड़ा एक्शन, कार्यपालक अभियंता सस्पेंड, निर्माण एजेंसी को कारण बताओं नोटिस

अगुवानी पुल हादसे में बड़ा एक्शन, कार्यपालक अभियंता सस्पेंड, निर्माण एजेंसी को कारण बताओं नोटिस

06-Jun-2023 03:54 PM

By First Bihar

BHAGALPUR: भागलपुर में गंगा नदी पर बन रहे पुल के गिरने के मामले में राज्य सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। सरकार ने कार्यपालक अभियंता को सस्पेंड कर दिया है। वहीं पुल निर्माण कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। साथ ही 15 दिनों के अंदर गंगा में गिरे पुल को मलबे को हटाने का निर्देश एजेंसी को दिया गया है।


इसके अलावे बिहार राज्य पुलिस निर्माण निगम के मैनेजिंग डायरेक्टर नीरज सक्सेना को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नीरज सक्सेना से यह पूछा गया है कि  दूसरी बार पुल कैसे गिरा? पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि अगुवानी पुल हादसे को सरकार ने गंभीरता से लिया है। 


जांच रिपोर्ट आने के बाद जल्द से जल्द पुल का निर्माण कराया जाएगा। विभाग के कार्यपालक अभियंता को निलंबित किया गया है। वही पुल निर्माण से जुड़े दो इंजीनियरों को भी वापस बुला लिया गया है। विभाग बारीकी से तथ्यों को देख रहा है। उन्होंने बताया कि आईआईटी रुड़की की टीम और संवेदक से भी जानकारियां जुटाई गई हैं। इस मामले की जांच 2 सदस्यीय टीम कर रही है। अब नए सिरे से डीपीआर तैयार होगा और पुल का निर्माण किया जाएगा। 


गौरतलब है कि बिहार में गंगा नदी पर बन रहा 1716 करोड़ का पुल रेत की दीवार की तरह ध्वस्त हो गया। गंगा नदी पर भागलपुर के सुल्तानगंज से खगड़िया के अगुवानी के बीच बन रहा फोरलेन पुल ऐसे ढ़हा जैसे इसे ताश के पत्तों से खड़ा किया गया था. पिछले साल इसी पुल का स्ट्रक्चर ध्वस्त हो गया था. 2014 से ही बन रहे इस पुल को पूरा करने की समय सीमा 6 दफे फेल हो चुकी थी. 4 जून को  पूरा पुल अचानक ध्वस्त हो गया. 


6 बार पुल को पूरा करने की समयसीमा फेल होने के बाद बिहार सरकार ने एलान किया था कि इसी महीने यानि जून 2023 में पुल का काम पूरा हो जायेगा. लेकिन पुल पूरा नहीं हुआ बल्कि पूरी तरह ध्वस्त हो गया. हजारों ग्रामीणों के सामने पुल गिरना शुरू हुआ. लोग सकते में आ गये। बता दें कि राज्य सरकार ने सातवीं बार इस पुल को पूरा करने की डेडलाइन इसी जून की तय की थी. इसी महीने में पुल का काम पूरा करने की समय सीमा तय की गई थी।


पिछले साल ढ़ह गया था स्ट्रक्चर 

राज्य सरकार ने अगुवानी घाट पुल को बनाने का काम एसपी सिंगला कंपनी को दे रखा था. पिछले साल 30 अप्रैल, 2022 को इस पुल के पाया संख्या 405 और 6 के बीच सुपर स्ट्रक्चर हवा के झोंके में गिर गया था. उस वक्त ही इस पुल के निर्माण कार्य पर गंभीर सवाल खड़े हुए थे. लेकिन राज्य सरकार ने एसपी सिंघला कंपनी पर कोई कार्रवाई नहीं की. कंपनी को पुल का काम पूरा करने के लिए और समय दे दिया गया. 


बता दें कि 23 फरवरी, 2014 को खगड़िया में अगुवानी घाट पुल के निर्माण के लिए आधारशिला रखी गई थी. 9 मार्च, 2015 को पुल का काम शुरू करने के लिए सीएम नीतीश कुमार ने इसके कार्यारंभ का उद्घाटन किया था. तब सरकार ने कहा था कि मार्च 2019 तक पुल का काम पूरा कर लिया जायेगा. लेकिन उस वक्त तक 25 फीसदी काम भी सही से नहीं हो पाया था. इसके बाद राज्य सरकार ने मार्च, 2020 तक समय सीमा बढ़ाई थी. फिर समय सीमा बढ़ाकर मार्च, 2022 की गई. इसके बाद जून 2022 तक समयसीमा बढ़ाई गई, लेकिन इस बीच सुपर स्ट्रक्चर गिर गया. इसके बाद दिसंबर, 2022, फिर मार्च 2023 और आखिरकार जून 2023 तक समयसीमा बढ़ायी गयी. 4 जून 2023 को पूरा पुल की ध्वस्त हो गया.