समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!
16-Feb-2020 05:28 PM
MUMBAI: बच्चे को जन्म देना हर औरत का सपना होता है और कहते है मतृतव दुनिया का सबसे बड़ा सुख होता है। हर माँ चाहती है कि वो अपने आने वाले बच्चे को हर तकलीफ से बचाये और जितना हो सके उनकी हिफाजत करें। ऐसा ही कुछ किया है बॉलीवुड एक्ट्रेस कल्कि कोचलिन ने. दरअसल हाल में ही कल्कि कोचलिन ने अपने बेबी गर्ल को जन्म दिया है। बता दें कल्कि ने बहुत ही अनोखे अंदाज तरीके से अपने इस बच्चे को जन्म दिया है. जिसकी तस्वीर भी उन्होंने इंस्टाग्राम पर शेयर की है
आपको बता दें की कल्कि ने पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि इस बच्चे की डिलीवरी वॉटर बर्थ तकनीक (Water Birth Technique) से हुई. इसके साथ ही कई लोगों के मन में यह सवाल उठना शुरू हो गया कि आखिर वॉटर डिलीवरी क्या होती है, कैसे की जाती है. आइये आज हम आपको बताते है की 'Water Birth Technique' होता क्या है और इसके क्या फायदे है :-
दरअसल, Water Birth Technique को सिजेरियन और नॉमर्ल डिलीवरी के अलावा एक और विकल्प के तौर पर माना जाता है जो की कम दर्द वाला और बच्चे के लिए सबसे सेफ भी है। अगर यह कहा जाए कि वाटर बर्थ डिलीवरी नॉर्मल का ही एक प्रकार है तो गलत नहीं होगा. इसमें फर्क बस इतना है कि इस प्रोसेस के दौरान लेबर पेन कम होती है. कुल मिलाकर वाटर बर्थ नॉर्मल डिलीवरी का वह तरीका है जो इस दौरान होने वाले दर्द को कम करने में मददगार है. अब अगर फेक्ट्स की बात की जाए तो कई अध्ययन यह बात कह चुके हैं कि वाटर बर्थ डिलीवरी में नार्मल डिलीवरी से 50 फीसदी दर्द कम होता है. इतना ही नहीं यह कई तरह के संक्रमण से भी मां और बच्चे को बचा सकती है.