भ्रष्ट और लापरवाह अधिकारियों पर गिरेगी गाज, नीतीश सरकार के निशाने पर ये अधिकारी कल का दिन ऐतिहासिक: बिहार में पहली बार होने जा रहा एयर शो, आसमान में अद्भुत नजारा देखेंगे लोग KKRvsGT: 8 पारियों में 5 अर्धशतक, अब ऑरेंज कैप पर कब्ज़ा, गुजरात टाइटन्स के इस बल्लेबाज के मुरीद हुए क्रिकेट फैंस Bihar Crime News: बिहार में अपराधियों का तांडव जारी, लूट में असफल होने के बाद पेट्रोल पंप कर्मी पर चलाई गोली वीर कुंवर सिंह की तस्वीर और तिरंगे के साथ पाराजंपर्स करेंगे आसमान में जंप, शौर्य दिवस पर पटना में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम Bihar News: दियारा का दुर्दांत अपराधी गिरफ्तार, इस जिले के मंदिर से पुलिस ने फ़िल्मी अंदाज में दबोचा Bihar Crime: कुख्यात अपराधी बबुआ डॉन गिरफ्तार, 3 जिलों की पुलिस को लंबे समय से थी तलाश सच्चाई सामने आने के बाद तेजस्वी पर हमलावर हुई जेडीयू, अपराधी की कोई जात नहीं होती: नीरज कुमार Bihar News: बूढ़ी गंडक नदी में डूबने से दो लोगों की मौत, स्नान करने के दौरान हुआ हादसा Bihar News: अचानक भरभराकर गिर गई घर की छत, हादसे में पत्नी की मौत, पति की हालत गंभीर
06-Jan-2022 08:14 PM
DESK: मोबाइल पर गेम औऱ वीडियो के बजाय अगर बच्चों को सही जानकारी दी जाये तो उसका क्या फायदा हो सकता है इसकी कहानी सामने आयी है. 7 साल के बच्चे की समझदारी ने उसकी मां को मौत के मुंह में जाने से बचा लिया. परिवार ने बच्चे को बता रखा था कि किसी इमरजेंसी में क्या सब करना चाहिये. बच्चे को दी गयी यही शिक्षा काम आयी।
सूरत के बच्चे ने बचायी जान
ये वाकया गुजरात के सूरत शहर की है, जहां एक 7 साल के बच्चे की समझदारी से मां को जीवनदान मिला. घर में ही मां को हार्ट अटैक आ गया था और वह बेहोश हो कर गिर पड़ी. घर में उनके सात साल के बेटे के अलावा कोई औऱ मौजूद नहीं था. बेटे ने जब अपनी मां को बेहोश होते देखा तो तुरंत मोबाइल से आपातकालीन नंबर 108 डायल कर दिया. 5 मिनट में ही एंबुलेंस पहुंच गया और फिर महिला को अस्पताल पहुंचा दिया गया. तुरंत इलाज मिला और महिला की जान बच गयी।
40 वर्षीय मंजू पांडे मूल रूप से यूपी के अयोध्या की रहने वाली हैं, फिलहाल वह अपने पति और बेटे के साथ सूरत के संजय नगर में रहती हैं. बुधवार की दोपहर उन्हें उल्टी होनी शुरू हुई और हाथ-पैर कांपने लगे. थोड़ी देर बाद वह बेहोश होकर गिर पड़ी. अपनी मां को बेहोश होते देख 7 साल के बेटे राहुल ने तुरंत 108 पर फोन किया और एंबुलेंस बुलाया।
राहुल ने बताया कि उन्हें एक बार उनकी बहन ने कहा था कि अगर किसी की तबीयत खराब हो जाये तो 108 नंबर पर फोन करना चाहिये. इससे एंबुलेंस आ जाता है. मंजू ने बताया कि वह तो बेहोश हो गयी थी, जब आंखें खुली तो खुद को अस्पताल में पाया.
डॉक्टरों ने कहा-बच्चों को ऐसी ही सीख दें
7 साल के बच्चे की बुद्धिमता देख कर डॉक्टर भी चकित हैं. सूरत सिविल अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि महिला के इलाज में देर होती तो फिर उसका जिंदा बचना मुश्किल होता. लेकिन उसने अपने छोटे से बेटे को जो सीख दे रखी थी उसी ने जान बचा दिया. इतनी छोटी उम्र में भी बच्चे को इतनी जानकारी होना बड़ी बात है. सूरत सिविल हॉस्पीटल की डॉक्टर प्रियंका ने बताया कि आमतौर पर इतनी कम उम्र में बच्चे मोबाइल पर गेम खेलते हैं या फिर कार्टून देखते रहते हैं. मोबाइल का सही इस्तेमाल करना, इस बच्चे से सीखा जा सकता है.