Bihar accident : रील बनाने के चक्कर में बड़ा हादसा, दो किशोरों की मौत, एक गंभीर रूप से घायल; छठ की खुशियां मातम में बदलीं Bihar News: बिहार में जनसुराज पार्टी की प्रचार गाड़ी पर हमला, ड्राइवर को भी पीटा Bihar election : राहुल गांधी की 11, प्रियंका गांधी की 6 और खरगे की 3 सभाएं तय, तेजस्वी संग आज से प्रचार अभियान की जोरदार शुरुआत Bihar voter list : बिहार में SIR के बाद घटी महिला मतदाताओं की संख्या, बिहार के इन 11 जिलों में लिंगानुपात बेहतर Bihar political news : राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की जोड़ी फिर एक मंच पर, बिहार में संयुक्त रैलियों से देंगे NDA सरकार को चुनौती Bihar News: बिहार के इस शहर की सड़कों पर फैला 100 टन से अधिक कचरा, स्थानीय निवासी परेशान Bihar Chhath Festival : छठ पर्व में खुशियों पर छाया मातम: बिहार में डूबने से 83 लोगों की दर्दनाक मौत, कई की तलाश जारी Bihar Election Breaking : छठ पर्व के बाद बिहार में चुनावी सरगर्मी तेज, आज से नेताओं की रैलियों का महा संग्राम शुरू; राजनाथ और शाह भी करेंगे रैली Bihar Weather: चक्रवाती तूफान मोंथा का बिहार पर भी असर, इन जिलों में भारी बारिश की संभावना Bihar election: आपराधिक मुकदमों में घिरे कैंडिडेट को टिकट देने में वाम दल सबसे आगे, जानिए NDA और राजद का क्या है हाल; ADR रिपोर्ट में हुआ खुलासा
09-Mar-2023 08:43 PM
By HARERAM DAS
BEGUSARAI: बेगूसराय के किसान इन दिनों काफी परेशान हैं। इन्हें अपनी फसल का लागत मूल्य भी नसीब नहीं हो पाया है। आलम यह है कि 4 रुपये किलों भी कोई आलू खरीदने को तैयार नहीं है। इसी बात से गुस्साएं किसानों ने सड़क पर आलू फेंक दिया और सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। किसान एमएसपी की मांग सरकार से कर रहे हैं।
किसानों का कहना था कि यदि उनकी समस्याओं पर विचार नहीं किया गया तो आने वाले समय में आंदोलन और तेज होगा। किसान इस बात को लेकर परेशान हैं कि उन्हें ना तो आलू का उचित दाम मिल रहा है और ना ही आलू रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज में जगह ही मिल रही है। बछवाड़ा के रानी एक पंचायत के सैकड़ों किसानों ने झमटिया ढाला चौक के पास एनएच-28 पर आलू से भरे ट्रैक्टर लेकर पहुंचे और बोरी में भरे आलू को बीच सड़क पर फेंक दिया। आलू को रौंद कर कई वाहने गुजर गयी। पूरा आलू सड़क पर बर्बाद हो गया।
इस दौरान किसान भी सड़क पर बैठ गये और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे। किसानों ने इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और एमएसपी की मांग सरकार से की। किसानों के विरोध प्रदर्शन से काफी देर तक यातायात भी प्रभावित रहा। सड़क पर आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गयी। जिसके कारण एनएच-28 पर वाहनों की लंबी कतारें लग गयी। आक्रोशित किसानों का कहना था कि आलू की खेती में जितना पैसा खर्च हुआ उसमें आधा पैसा भी नसीब नहीं हो पाया है।
स्थिति ऐसी है कि कोल्ड स्टोरेज में भी आलू रखने की जगह नहीं मिल पा रही है और ना ही कोई 4 रुपये किलो बिक रहे आलू को ही खरीद पा रहे हैं। इन स्थितियों को देखते हुए किसानों ने कहा कि यदि स्थिति ऐसी ही बनी रही तो अगले साल से वे लोग आलू की खेती करना छोड़ देंगे। एक तो महंगाई की मार ऊपर से आलू का उचित मूल्य नहीं मिलने से किसानों की कमर टूट गयी है। किसानों ने सरकार से आलू को एमएसपी के दायरे में लाकर मूल्य निर्धारण करने की मांग की है। किसानों का कहना है यदि उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया तो वो सरकार के खिलाफ आंदोलन को तेज करेंगे।