India Missile Test: ब्रह्मोस से भी खतरनाक मिसाइल टेस्ट करने जा रहा भारत, दुनिया भर के लिए चेतावनी जारी.. Janmashtami 2025: 16 अगस्त को मनाई जाएगी कृष्ण जन्माष्मी, जानिए.... पूजा विधि और शुभ मुहूर्त Kishtwar Cloudburst Update: किश्तवाड़ आपदा में अब तक 65 शव बरामद, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, पीएम मोदी और उमर अब्दुल्ला ने जताई संवेदना Kishtwar Cloudburst Update: किश्तवाड़ आपदा में अब तक 65 शव बरामद, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, पीएम मोदी और उमर अब्दुल्ला ने जताई संवेदना Bihar News: रेलिंग तोड़कर पुल से नीचे गिरा सेब लदा ट्रक, बाल-बाल बची ड्राइवर की जान Bihar News: बिहार की हवा से प्रदूषण होगा गायब, सरकार ने उठाया बड़ा कदम Bihar Crime News: पटना में युवक की हत्या से सनसनी, छापेमारी में जुटी पुलिस Success Story: पकौड़े बेचने वाली के बेटी बनी IAS अधिकारी, कठिन संघर्ष के बदौलत लिखी सफलता की कहानी Bihar Politics: संसद भवन में स्वतंत्रता दिवस समारोह से अनुपस्थित रहे राहुल गांधी, युवा चेतना प्रमुख रोहित कुमार सिंह ने बोला हमला Bihar Politics: संसद भवन में स्वतंत्रता दिवस समारोह से अनुपस्थित रहे राहुल गांधी, युवा चेतना प्रमुख रोहित कुमार सिंह ने बोला हमला
23-Dec-2023 03:38 PM
By First Bihar
PATNA: पटना के वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड में आयोजित बिहार डेयरी एंड कैटल एक्सपो में हरियाणा के पानीपत से पहुंचे मुर्रा नस्ल के भैंसा को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। इस भैंसे का नाम गोलू-2 है जो इन दिनों आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। तीन दिवसीय इस कार्यक्रम का उद्घाटन 21 दिसंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था। कार्यक्रम के पहले दिन सीएम नीतीश 10 करोड़ के भैंसे गोलू-2 को देखने पहुंचे तब उसे देखकर वो भी हैरान रह गये। कार्यक्रम के अंतिम दिन बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव गोलू-2 को देखने पहुंचे। तेजस्वी यादव भी गोलू-2 को देखकर हैरान रह गये। उन्होंने लोगों से कहा कि गाय के साथ-साथ एक दो भैंस भी पाले।
तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर गोलू 2 का फोटो शेयर करते हुए लिखा है कि 'पटना के वेटनरी कॉलेज परिसर में आयोजित किसान मेले में आकर्षण का केंद्र बने 10 करोड़ की कीमत तथा 30 हजार से ज्यादा बच्चों के पिता मुर्रा नस्ल के भैंसे से मिलने पहुँचा। मुर्रा नस्ल पालतू भैंस की एक नस्ल है, जो दूध उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। दूध में वसा उत्पादन के लिए मुर्रा सबसे अच्छी नस्ल है। इस नस्ल की भैंसों को 'काला सोना' कहा जाता है। अगर किसानों को दुग्ध उत्पादन में बेहतरीन कमाई करनी है तो वह गाय के साथ अच्छी नस्ल की एक-दो भैंस का पालन जरूर करें, इससे दूध में कभी कमी नहीं आएगी। हमारी सरकार विभिन्न लाभकारी योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु किसानों को पशुपालन, मुर्गीपालन एवं मत्स्य पालन व्यवसाय के लिए प्रोत्साहित कर रही है।'
बता दें कि भैंसे का नाम गोलू 2 है जिसे हरियाणा के नरेंद्र सिंह बिहार सरकार के बुलावे पर अपने साथ लेकर आए हैं। पद्मश्री से सम्मानित नरेंद्र सिंह अपने भैंसे को प्यार से घोल्लू बुलाते हैं। नरेंद्र सिंह के हर इशारे को गोलू 2 बखूबी समझता है। गोलू के कारण ही उन्हें भारत सरकार ने पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित किया। आपको जानकार हैरानी होगी कि 1500 किलो वजन और मुर्रा नस्ल के इस भैंसे की कीमत लोगों ने 10 करोड़ रुपये लगाई थी। लेकिन नरेंद्र सिंह ने गोलू 2 का सौदा नहीं किया। वे इसका सीमेन बेचकर हर साल 25 लाख से ज्यादा कमाते हैं। वे कहते हैं सीमेन बेचकर कितने बच्चे पैदा करूंगा और कितने पैसे कमाऊंगा यह कोई नहीं जान सकता। हम लगातार इस तरह के ब्रीड को बढ़ाने का काम कर रहे हैं। 30 हजार से ज्यादा बच्चों का बाप गोलू 2 है। गोलू के सीमन की देश में ही नहीं विदेशों में भी मांग है लेकिन नरेंद्र सिंह सीमन किसी सप्लायर को नहीं देते हैं। वे सिर्फ पशुपालकों को ही सीमेन देते हैं।
इसके पीछे उनका बहुत बड़ा सोच है कि वे चाहते हैं कि गोलू के सीमन से तंदुरुस्त भैंसे पैदा हो जिससे देश में कभी दूध की कमी ना हो। नरेंद्र सिंह ने बताया कि दो साल से उनका गोलू 2 कंप्टीशन लड़ रहा है। इसका कोई भी मुकाबला नहीं करता है। इस तरह के भैंसा को मैंने कही नहीं देखा है। उन्होंने कहा कि यदि इसे बेच देता को आज पब्लिक के बीच में कैसे लाता। बिहार सरकार ने उन्हें आमंत्रित किया है इसलिए वे अपने गोलू 2 को लेकर पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में आयोजित किसान मेला में लेकर हरियाणा से पहुंचे हैं। जिसकी ऊंचाई और वजन को देखकर लोग हैरान रह गये। गोलू-2 का वजन 15 क्विंटल है। हाइट साढ़े 5 फीट और चौड़ाई साढ़े 3 फीट है। अब गोलू की खुराक की बात की जाए तो वह 40 किलो सूखा और हरा चारा खाता है साथ ही चना और ड्राइ फ्रूट भी इसे दिया जाता है। साथ में 10 किलो गुड़ और दूध और घी दिया जाता है। गोलू के खाने पर नरेंद्र सिंह 40 हजार रूपये महीने खर्च करते हैं।
हरियाणा के पानीपत जिले के डिडवारी गांव निवासी पशुपालक नरेंद्र सिंह को पशुपालन के क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए 2019 पद्मश्री अवार्ड से सरकार सम्मानित कर चुकी है। पशुपालन के क्षेत्र में वे आज भी बेहतर काम कर रहे हैं। उन्हें जहां से भी बुलावा आया है वे अपने गोलू को लेकर पहुंच जाते हैं। इस बार बिहार सरकार की ओर से नरेंद्र सिंह को किसान मेला में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है। नीतीश सरकार की ओर से मिले निमंत्रण को स्वीकार किया और हरियाणा के पशुपालक अपने भैंस गोलू को लेकर 19 दिसंबर को ही पटना पहुंच गये थे। 21 दिसंबर को वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड में आयोजित बिहार डेयरी एंड कैटल एक्सपो में वे गोलू को लेकर पहुंच गये जहां गोलू को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी गोलू को देखने के लिए पहुंचे और पशुपालक नरेंद्र सिंह से मुलाकात की। सीएम नीतीश ने गोलू के बारे में नरेंद्र सिंह से जानकारी ली। आज इस कार्यक्रम का समापन होगा। गोलू-2 को आज हरियाणा के पानीपत स्थित डिडवारी गांव के लिए रवाना किया जाएगा।