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12-Oct-2025 01:12 PM
By First Bihar
BJP Candidates : जम्मू-कश्मीर से राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनावों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आधिकारिक रूप से अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है, वहीं सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने पहले ही अपने तीन उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी थी और चौथी सीट को लेकर कांग्रेस के साथ बातचीत की संभावना जताई है।
बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति ने रविवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में होने वाले तीन अलग-अलग द्विवार्षिक चुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है। अधिसूचना 01 के तहत गुलाम मोहम्मद मीर को राज्यसभा सीट के लिए उम्मीदवार बनाया गया है। अधिसूचना 02 में राकेश महाजन को राज्यसभा का उम्मीदवार घोषित किया गया है। वहीं अधिसूचना 03 के तहत दो राज्यसभा सीटों के लिए सतपाल शर्मा को पार्टी की ओर से समर्थन दिया गया है। यह घोषणा राष्ट्रीय महासचिव और मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह द्वारा की गई है।
बीजेपी का यह कदम जम्मू-कश्मीर में अपनी स्थिति और क्षेत्रीय उपस्थिति को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पार्टी का दावा है कि इन तीनों उम्मीदवारों की जीत से उसकी संसद में प्रतिनिधित्व और राजनीतिक मजबूती बढ़ेगी। राज्यसभा में इन उम्मीदवारों के प्रवेश से बीजेपी को केंद्र सरकार की नीतियों को प्रभावी ढंग से समर्थन देने में भी मदद मिलेगी।
वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) की स्थिति भी दिलचस्प है। एनसी ने पहले ही तीन सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है और चौथी सीट को लेकर कांग्रेस के साथ बातचीत जारी है। विधानसभा में अपनी शक्ति के आधार पर एनसी को तीन सीटों पर बढ़त हासिल है, जबकि बीजेपी को एक सीट पर बढ़त दिखाई दे रही है। यह स्थिति दोनों दलों के बीच सियासी समीकरण और गठबंधन की संभावनाओं को भी उजागर करती है।
राज्यसभा चुनावों में उम्मीदवारों का चयन केवल पार्टी की ताकत का ही नहीं बल्कि क्षेत्रीय और राष्ट्रीय राजनीति में संतुलन बनाने का भी महत्वपूर्ण अवसर होता है। जम्मू-कश्मीर की राजनीति में यह चुनाव इसलिए भी अहम हैं क्योंकि हाल के वर्षों में केंद्र शासित प्रदेश में राजनीतिक परिदृश्य लगातार बदल रहा है। इस बदलाव ने बीजेपी और एनसी सहित अन्य पार्टियों के लिए रणनीतिक समीकरणों को और चुनौतीपूर्ण बना दिया है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि बीजेपी द्वारा घोषित उम्मीदवारों की जीत पार्टी की रणनीति और संगठनात्मक ताकत का संकेत होगी। वहीं एनसी और कांग्रेस की तरफ से चौथी सीट को लेकर चल रही बातचीत से स्पष्ट होगा कि गठबंधन और सहयोग की दिशा में आगे क्या कदम उठाए जाएंगे। जम्मू-कश्मीर में राज्यसभा सीटों की संख्या कम होने के कारण प्रत्येक सीट पर सियासी महत्व अत्यधिक है।
इस चुनाव के परिणाम सीधे तौर पर संसद में जम्मू-कश्मीर के प्रतिनिधित्व और केंद्र सरकार के लिए राजनीतिक संतुलन पर असर डाल सकते हैं। राज्यसभा में दोनों प्रमुख पार्टियों के उम्मीदवारों की जीत या हार, राज्य की राजनीति के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर पर भी असर डालेगी। राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि बीजेपी की रणनीति इस चुनाव में स्पष्ट तौर पर उसके प्रभाव को बढ़ाने की दिशा में केंद्रित है।
इसलिए, जम्मू-कश्मीर राज्यसभा चुनाव केवल एक सामान्य चुनाव नहीं बल्कि क्षेत्रीय और राष्ट्रीय राजनीति में बड़े बदलाव का संकेत देने वाला चुनाव माना जा रहा है। बीजेपी, एनसी और कांग्रेस के बीच सीटों की संख्या, गठबंधन और उम्मीदवारों के चयन का परिणाम आने वाले दिनों में प्रदेश की राजनीतिक दिशा तय करेगा।