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Bihar road accident : बिहार के रोहतास में दर्दनाक सड़क हादसा, ट्रेनी सिपाही और पिता की मौत

रोहतास के सासाराम में राष्ट्रीय राजमार्ग-19 पर अनियंत्रित ट्रक ने ट्रेनी सिपाही जितेंद्र शर्मा और उनके पिता को कुचल दिया। हादसे में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

Bihar road accident : बिहार के रोहतास में दर्दनाक सड़क हादसा, ट्रेनी सिपाही और पिता की मौत

04-Nov-2025 12:40 PM

By First Bihar

Bihar road accident : बिहार के रोहतास जिले के सासाराम में देर रात एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ, जिसमें बिहार पुलिस के ट्रेनी सिपाही जितेंद्र शर्मा और उनके 65 वर्षीय पिता गणेश शर्मा की मौत हो गई। घटना राष्ट्रीय राजमार्ग-19 पर ताराचंडी के पास हुई, जहाँ एक अनियंत्रित ट्रक ने दोनों को बेरहमी से कुचल दिया। मौके पर ही पिता-पुत्र की दर्दनाक मौत हो गई।


जानकारी के अनुसार, जितेंद्र शर्मा हाल ही में बिहार पुलिस में चयनित हुए थे और मुजफ्फरपुर में ट्रेनी सिपाही के रूप में तैनात थे। वे नेपाल सीमावर्ती इलाके में प्रशिक्षण ले रहे थे और सोमवार को छुट्टी लेकर अपने पैतृक गांव भानस ओपी के मठिया गांव लौटे। जितेंद्र अपने बीमार पिता की देखभाल और इलाज के लिए बहुत चिंतित थे। पिता गणेश शर्मा लंबे समय से बीमार चल रहे थे, और उनके स्वास्थ्य की जिम्मेदारी बेटे ने अपने कंधों पर ली हुई थी।


हादसे के दिन सोमवार की शाम जितेंद्र अपने पिता को लेकर डेहरी-ऑन-सोन के एक निजी क्लीनिक पहुंचे। गणेश शर्मा का इलाज कराने के बाद दोनों बाइक पर सवार होकर सासाराम लौट रहे थे। उसी दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग-19 पर धौड़ाढ थाना क्षेत्र के ताराचंडी के पास एक तेज रफ्तार ट्रक अचानक अनियंत्रित हो गया। ट्रक चालक ने ब्रेक लगाने की कोशिश की, लेकिन वह असफल रहा और बाइक को रौंदते हुए सड़क किनारे फेंक दिया। हादसे की तीव्रता इतनी अधिक थी कि पिता और पुत्र दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।


हादसे की खबर फैलते ही जितेंद्र के घर में कोहराम मच गया। परिजन सदमे में थे और रो-रोकर बिलख रहे थे। चचेरे भाई अनिल तिवारी ने बताया, "जितेंद्र ने अभी-अभी नौकरी पाई थी। ट्रेनिंग से लौटकर पिताजी का इलाज करा रहा था। सोच भी नहीं सकते थे कि ऐसा कुछ हो जाएगा।" गांव में शोक की लहर दौड़ गई और लोगों ने परिवार के प्रति संवेदना जताई।


धौड़ाढ थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर ट्रक को जब्त कर लिया और चालक को हिरासत में ले लिया। दोनों शवों को सासाराम सदर अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया। एसपी रोहतास रौशन कुमार ने कहा कि हादसे के कारणों की गहन जांच की जा रही है। उन्होंने बताया, "ट्रक की मरम्मत और चालक की लापरवाही पर शक जताया जा रहा है। परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया गया है।"


यह हादसा बिहार में राष्ट्रीय राजमार्गों पर बढ़ते सड़क हादसों पर गंभीर सवाल उठाता है। तेज रफ्तार और चालक की लापरवाही अक्सर जानलेवा साबित हो रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रक चालकों की पर्याप्त ट्रेनिंग और सड़क सुरक्षा उपायों की कमी, जैसे कि स्पीड ब्रेकर और संकेतक, इस तरह की दुर्घटनाओं के पीछे बड़ी वजह हैं।


सड़क हादसे की यह घटना राज्य के लिए चेतावनी की तरह है कि यातायात नियमों और सड़क सुरक्षा उपायों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। पुलिस और प्रशासन को चाहिए कि दुर्घटना रोकने के लिए नियमों का कड़ाई से पालन कराएं और ट्रक चालकों की ट्रेनिंग पर अधिक जोर दें। जितेंद्र शर्मा की यह नौकरी पाने की खुशी और अपने पिता के इलाज के लिए घर लौटना अब एक दुखद कहानी बन गई। परिवार और ग्रामीण समुदाय इस हादसे से गहरे दुख में हैं। इस हादसे ने एक बार फिर याद दिलाया है कि सड़क पर सुरक्षा की अनदेखी कितनी जानलेवा साबित हो सकती है।


इस दुखद हादसे ने न केवल परिवार को अपूरणीय क्षति पहुंचाई है, बल्कि समाज के लिए सड़क सुरक्षा की गंभीर चेतावनी भी दी है। प्रशासन और आम जनता दोनों को मिलकर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।