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Indian Railways : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को दी चार नई वंदे भारत ट्रेनों की सौगात, विकास और आत्मनिर्भर भारत की ओर बड़ा कदम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बनारस से चार नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर देश को नई सौगात दी। ये ट्रेनें आधुनिक भारत की प्रगति, आत्मनिर्भरता और तेज़ विकास की प्रतीक हैं।

Indian Railways : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को दी चार नई वंदे भारत ट्रेनों की सौगात, विकास और आत्मनिर्भर भारत की ओर बड़ा कदम

08-Nov-2025 10:23 AM

By First Bihar

Indian Railways : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देशवासियों को बड़ी सौगात देते हुए चार नई वंदे भारत ट्रेनों का उद्घाटन किया। ये ट्रेनें बनारस-खजुराहो, लखनऊ-सहारनपुर, फिरोजपुर-दिल्ली और एर्नाकुलम-बेंगलुरु रूट पर चलाई जाएंगी। इन नई ट्रेनों की शुरुआत से न केवल यात्रियों को तेज़, आरामदायक और आधुनिक यात्रा का अनुभव मिलेगा, बल्कि रेलवे नेटवर्क में भी एक नया आयाम जुड़ गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं बनारस से इन ट्रेनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।


बनारस में उत्सव जैसा माहौल

जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस रेलवे स्टेशन पहुंचे, वहां मौजूद लोगों ने “हर-हर महादेव” के नारों से पूरा परिसर गूंजा दिया। स्टेशन पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं, स्थानीय नागरिकों और यात्रियों ने प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत किया। चारों ओर भगवा झंडे और फूलों की सजावट ने वातावरण को उत्सवमय बना दिया था। रेलवे के कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों ने व्यवस्थाओं को पूरी तरह से संभाला, ताकि उद्घाटन समारोह सुचारू रूप से संपन्न हो सके। प्रधानमंत्री मोदी ने जैसे ही हरी झंडी दिखाई, बनारस स्टेशन पर मौजूद हजारों लोगों ने तालियों और जयकारों से पूरा माहौल गूंजा दिया। यात्रियों के चेहरे पर उत्साह और गर्व साफ झलक रहा था।


वंदे भारत ट्रेनें: विकास और आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक

उद्घाटन समारोह में संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बुनियादी ढांचा (Infrastructure) किसी भी देश के आर्थिक विकास की रीढ़ होता है। उन्होंने कहा, “दुनिया भर के विकसित देशों में आर्थिक विकास का एक बड़ा कारण बुनियादी ढांचा रहा है। जिन देशों ने बहुत प्रगति की है, वहां सड़कों, रेलमार्गों और हवाई अड्डों का जाल विकास की बड़ी ताकत बना है।”


प्रधानमंत्री ने गर्वपूर्वक कहा कि अब भारत भी उसी दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। वंदे भारत ट्रेनें भारत के इस परिवर्तन की सशक्त मिसाल हैं। उन्होंने कहा, “आज जब विदेशी यात्री भारत आते हैं और वंदे भारत ट्रेनों को देखते हैं, तो वे चकित रह जाते हैं। ये ट्रेनें न केवल तकनीकी दृष्टि से श्रेष्ठ हैं, बल्कि भारत की आत्मनिर्भरता और प्रगति की पहचान बन चुकी हैं।”


आस्था, संस्कृति और विकास का संगम

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की प्रगति केवल आर्थिक या औद्योगिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रूप से भी हो रही है। उन्होंने कहा, “प्रयागराज, अयोध्या, हरिद्वार, चित्रकूट, कुरुक्षेत्र जैसे अनेक तीर्थस्थल हमारी आध्यात्मिक यात्रा के केंद्र हैं। आज जब इन पवित्र स्थलों को वंदे भारत नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है, तो यह भारत की संस्कृति, आस्था और विकास यात्रा का एकीकरण है।” उन्होंने कहा कि यह कदम न केवल यात्रियों की सुविधा बढ़ाएगा, बल्कि धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देगा। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को नई ऊर्जा मिलेगी और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।


भारतीय रेलवे की नई पीढ़ी की नींव

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि वंदे भारत, नमो भारत और अमृत भारत जैसी ट्रेनें भारतीय रेलवे की नई पीढ़ी की नींव रख रही हैं। उन्होंने कहा, “वंदे भारत ट्रेनें भारतीयों की मेहनत और नवाचार का परिणाम हैं। ये ट्रेनें ‘भारतीयों की, भारतीयों द्वारा और भारतीयों के लिए’ बनाई गई हैं। हर भारतीय को इस उपलब्धि पर गर्व होना चाहिए।”


मोदी ने यह भी बताया कि इन ट्रेनों के निर्माण में पूरी तरह स्वदेशी तकनीक का उपयोग किया गया है। यह न केवल “मेक इन इंडिया” पहल को मजबूत बनाता है, बल्कि भारत को भविष्य के लिए तकनीकी रूप से सशक्त भी करता है।


विकसित भारत की दिशा में अग्रसर कदम

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा, “आज भारत विकसित भारत के मार्ग पर दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। हमारी सरकार देश के हर नागरिक को बेहतर सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है। वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेनें न केवल तेज़ यात्रा का साधन हैं, बल्कि ये हमारे आत्मविश्वास, आत्मनिर्भरता और नवाचार का प्रतीक हैं।” उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में देश के हर प्रमुख शहर को वंदे भारत नेटवर्क से जोड़ा जाएगा, जिससे यात्रा समय में भारी कमी आएगी और देश के लोग और नज़दीक आएंगे।


जनता की प्रतिक्रिया और भविष्य की दिशा

बनारस स्टेशन पर मौजूद यात्रियों और स्थानीय नागरिकों ने प्रधानमंत्री मोदी की इस पहल की सराहना की। लोगों ने कहा कि वंदे भारत ट्रेनें न केवल सुविधाजनक हैं बल्कि भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण की दिशा में ऐतिहासिक कदम हैं। कई यात्रियों ने बताया कि ट्रेन की रफ्तार, सफाई और आराम का स्तर विश्वस्तरीय है।


रेलवे अधिकारियों के अनुसार, नई ट्रेनों से यात्रियों को तेज़ और सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिलेगा। इन ट्रेनों में अत्याधुनिक तकनीक, बेहतर सुरक्षा प्रणाली, वाई-फाई, जीपीएस आधारित ट्रैकिंग और आरामदायक सीटें दी गई हैं।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई चार नई वंदे भारत ट्रेनों ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि भारत तेज़ी से आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। यह सिर्फ रेल यात्रा का नया अध्याय नहीं, बल्कि भारत के विकास, संस्कृति और नवाचार का संगम है।


इन ट्रेनों के माध्यम से भारत ने दुनिया को यह संदेश दिया है कि देश अब केवल उपभोक्ता नहीं, बल्कि नवाचार और प्रगति का निर्माता भी है। वंदे भारत ट्रेनें न सिर्फ पटरियों पर दौड़ती हैं, बल्कि भारत के आत्मविश्वास, गर्व और उज्जवल भविष्य की प्रतीक बन चुकी हैं।