बसपा प्रत्याशी चितरंजन कुमार को AIMIM ने दिया समर्थन, रोमांचक हुई वजीरगंज विधानसभा चुनाव Bihar Election 2025: चुनावी सभा में सम्राट चौधरी ने बताया ‘लालटेनिया’ का मतलब, लालू परिवार पर जमकर बरसे Bihar Election 2025: चुनावी सभा में सम्राट चौधरी ने बताया ‘लालटेनिया’ का मतलब, लालू परिवार पर जमकर बरसे Bihar Election 2025: बिहार के इस नक्सल प्रभावित इलाके में 73 साल बाद होगी वोटिंग, चुनाव को लेकर मतदाताओं में भारी उत्साह ब्रजेश ऑटोमोबाइल्स महिन्द्रा ने रचा नया कीर्तिमान, सितम्बर-अक्टूबर में 2035 वाहनों की डिलीवरी Bihar Election 2025: ‘लालू-नीतीश ने बिहार के बच्चों की पीठ पर मजदूरी का बोरा बांधा’, प्रशांत किशोर का बड़ा हमला Bihar Election 2025: ‘लालू-नीतीश ने बिहार के बच्चों की पीठ पर मजदूरी का बोरा बांधा’, प्रशांत किशोर का बड़ा हमला ISRO GSAT-7R Launch: ISRO ने नौसेना के लिए एडवांस्ड सैटेलाइट GSAT-7R को किया लॉन्च, अंतरिक्ष से समुद्री सीमा की होगी सख्त निगरानी ISRO GSAT-7R Launch: ISRO ने नौसेना के लिए एडवांस्ड सैटेलाइट GSAT-7R को किया लॉन्च, अंतरिक्ष से समुद्री सीमा की होगी सख्त निगरानी Pankaj Tripathi Mother Death: एक्टर पंकज त्रिपाठी की मां का निधन, हेमवती देवी ने 89 वर्ष की आयु में ली आखिरी सांस
19-May-2025 02:54 PM
By FIRST BIHAR
Bihar Crime News: बिहार पुलिस एक बार फिर अपने कार्यशैली को लेकर सुर्खियों में है। इस बार मामला पश्चिम चंपारण के बेतिया से सामने आया है, जहां पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को हथकड़ी लगाकर न्यायालय में पेश कर दिया, जिसे पहले ही कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल चुकी थी।
घटना साठी थाना कांड संख्या 259/24 से जुड़ी है, जिसमें मोटी साह और रमेश महतो नामक आरोपियों को एक जानलेवा हमले के मामले में न्यायालय से अग्रिम जमानत मिल चुकी थी। बावजूद इसके, अनुसंधानकर्ता अमरजीत कुमार ने दोनों को 16 मई 2025 को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया।
जब यह मामला प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी ईशा राज के समक्ष पहुंचा, तो उन्होंने इसे गंभीर लापरवाही और मनमानी करार दिया। न्यायालय ने अनुसंधानकर्ता अमरजीत कुमार से स्पष्टीकरण मांगते हुए यह जानना चाहा है कि जब अभियुक्तों ने जमानत का आदेश उपलब्ध कराया था और यह आदेश नेट पर भी मौजूद था, तब उन्हें किस आधार पर गिरफ्तार किया गया।
कोर्ट के सूत्रों के अनुसार, एडीजे तृतीय द्वारा 13 मई 2025 को आरोपियों को अग्रिम जमानत देते हुए आदेश दिया गया था कि वे एक माह के भीतर आत्मसमर्पण करें। इस आदेश की जानकारी आईओ को दी गई थी, इसके बावजूद उन्होंने आदेश की अनदेखी कर गिरफ्तारी की। अब इस मामले में जांचकर्ता अमरजीत कुमार पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है। न्यायालय ने उन्हें एसपी के माध्यम से जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।