पटना और मुजफ्फरपुर के बाद अब पूर्णिया में भूमि सुधार जन कल्याण संवाद का होगा आयोजन, इस दिन विजय सिन्हा सुनेंगे आमलोगों की शिकायतें Bihar acid attack : पति पर था ब्यूटी पार्लर संचालिका के साथ 'इलु -इलु' करने का शक, वाइफ ने करवा दिया एसिड अटैक; इस तरह सच आया सामने बिहार का चेरापूंजी कहे जाने वाला जिला किशनगंज में शीतलहर का कहर जारी, जनजीवन अस्त-व्यस्त, अलाव की व्यवस्था नहीं Delhi Metro Project 2025 : दिल्ली-NCR को मोदी सरकार का न्यू ईयर गिफ्ट, मेट्रो Phase-VA का विस्तार, 13 नए स्टेशन बनेंगे Maysa: रश्मिका मंदाना की फिल्म 'मायसा' की पहली झलक आई सामने, नए साल में करेगी धमाका Bihar Railway Connectivity : बिहार में रेल कनेक्टिविटी को मिलेगी नई रफ्तार, इस रेलवे स्टेशन पर बनेंगे दो नए प्लेटफॉर्म RRB सेक्शन कंट्रोलर और ग्रुप डी भर्ती 2026: जानिए... परीक्षा तिथि और एडमिट कार्ड की पूरी डिटेल Bihar MDM scam : बिहार में एमडीएम घोटाला, हेडमास्टरों से 1.92 करोड़ की वसूली, शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप Vaibhav Suryavanshi: वैभव सुर्यवंशी के बल्ले का जलवा..., बिहार के लाल ने 'विजय हजारे ट्रॉफी' में खेली ताबड़तोड़ पारी bihar land purchase rule : बिहार में जमीन खरीद से पहले जान लें नए नियम, सरकार ने जारी किया आदेश; आप भी जान लें क्या है ख़ास
03-Jun-2025 06:11 PM
By First Bihar
PATNA: बिहार में जमीन विवाद के मामले तेजी से सामने आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सर्वे कराने का फैसला लिया और आनन-फानन में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में करीब 10 हजार से अधिक पदों पर नियुक्तियां करवाई। इतनी बड़ी संख्या में स्टाफ की भर्ती कराने के पीछे मंशा यह थी कि बिहार में भूमि संबंधी विवाद खत्म होगा लेकिन इसका उल्टा परिणाम सामने आ रहा है। यही कारण है कि आज भी जमीन के विवाद में मर्डर की घटनाएं हो रही है। वही लोगों का काम करने के बजाय कुछ लोग तो अवैध रूप से पैसा कमाने में लगे हैं, ताजा मामला बिक्रम अंचल से सामने आया है जहां निगरानी की टीम ने एक घूसखोर राजस्व कर्मचारी सोनू को 20 हजार कैश लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने पटना में बड़ी कार्रवाई की है। बिक्रम अंचल के राजस्व कर्मचारी सोनू कुमार को 20 हजार रूपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। 3 जून को घूसखोर राजस्व कर्मचारी सोनू को निगरानी की टीम ने दबोचा और उसके खिलाफ दर्ज कांड संख्या 34/25 में कार्रवाई की।
दरअसल बिक्रम थाना क्षेत्र के अराप के रहने वाले देवेन्द्र महाराज के बेटे रवि शंकर ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो में 16 अप्रैल 2025 को एक शिकायत दर्ज करायी थी और बताया था कि बिक्रम अंचल का राजस्व कर्मचारी सोनू कुमार जमीन पर दखल दिलाने के लिए रिपोर्ट जारी करने के एवज में रिश्वत मांग रहा है।
पीड़ित रवि शंकर की शिकायत का निगरानी की टीम सत्यापन करने पहुंची थी। इसी क्रम में राजस्व कर्मचारी आरोपी सोनू कुमार के रिश्वत मांगे जाने का प्रमाण मिला। प्रथमदृष्टया आरोप सही पाये जाने के बाद उक्त कांड अंकित कर अनुसंधानकर्ता श्रीमति अभिजीत कौर, पुलिस उपाधीक्षक, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, पटना के नेतृत्व में एक धावादल का गठन किया गया। जिनके बाद कार्रवाई करते हुए अभियुक्त सोनू को 20,000/-(बीस हजार) रुपये घूस लेते बिक्रम के अंचल कार्यालय स्थित आर०टी०एस० भवन से रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।
आरोपी को पूछताछ के बाद माननीय विशेष न्यायालय, निगरानी, पटना में प्रस्तुत किया जाएगा। फिलहाल आगे की कार्रवाई जारी है। बता दें कि निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, बिहार, पटना का वर्ष 2025 में भ्रष्टाचार के खिलाफ यह 34 वीं प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई है। इस वर्ष का यह 26 वां ट्रैप है, जिसमें कांड दर्ज कर कुल 28 अभियुक्तों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया जा चुका है और रिश्वत की कुल बरामद राशि 12,66,000/-रूपये है।