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10-Oct-2025 05:52 PM
By FIRST BIHAR
Bihar News: समस्तीपुर के रहने वाले लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता और बिल्डर राजीव रंजन को कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन पर रिटायर्ड जज इंद्रजीत चटर्जी से 4.49 करोड़ रुपये ठगने का आरोप है।
जानकारी के मुताबिक, राजीव रंजन टभका गांव, समस्तीपुर के निवासी हैं और विभूतिपुर विधानसभा सीट से लोकजनशक्ति पार्टी (रामविलास) के टिकट पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन चुनाव से पहले ही कोलकाता पुलिस ने उन्हें विद्यानगर थाना क्षेत्र के सॉल्ट लेक इलाके से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है।
राजीव रंजन की कंपनी ‘त्रिमूर्ति इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड’ कोलकाता और देश के कई राज्यों में बिल्डिंग निर्माण का काम करती है। रिटायर्ड जज इंद्रजीत चटर्जी ने 7 सितंबर को विद्यानगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने राजीव रंजन पर 4.49 करोड़ रुपये की ठगी का आरोप लगाया। इंद्रजीत चटर्जी, जो सॉल्ट लेक के बीके-169, सेक्टर-II में रहते हैं, ने शिकायत में कहा कि राजीव रंजन कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं और उन्होंने निवेश के नाम पर मुझसे धोखाधड़ी की है।
शिकायत के मुताबिक, 2024 में प्रॉपर्टी खरीदने के दौरान उनकी मुलाकात राजीव रंजन से हुई थी। राजीव ने उन्हें साल्ट लेक के दो प्रोजेक्ट्स (FE-388, सेक्टर-III और CA-124, सेक्टर-I) में निवेश का ऑफर दिया। निवेश के बदले में उन्होंने सालाना 24% ब्याज और दोनों प्रोजेक्ट्स के मुनाफे में 50% हिस्सेदारी का वादा किया। इंद्रजीत चटर्जी का कहना है कि दोनों प्रोजेक्ट्स में दिसंबर 2024 के बाद कोई काम नहीं हुआ। उनके पैसे को AJ-13, सेक्टर-II और FE-144, सेक्टर-III के अन्य प्रोजेक्ट्स में लगाया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि राजीव रंजन ने साजिश के तहत उनसे ठगी की है। जब उन्होंने पैसे वापस मांगना शुरू किया तो राजीव ने पैसे देने से इनकार कर दिया और फोन भी नहीं उठाया। परेशान होकर 7 सितंबर को उन्होंने सॉल्ट लेक पुलिस में धोखाधड़ी, विश्वासघात और आपराधिक शिकायत दर्ज कराई।
बता दें कि राजीव रंजन ने पिछली बार 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू के टिकट पर विभूतिपुर सीट से चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें 18,000 वोट मिले और वे दूसरे स्थान पर रहे। इसके बाद उन्होंने 2021 में निर्दलीय एमएलसी चुनाव भी लड़ा, जिसमें मात्र 324 वोट मिले। एमएलसी चुनाव के बाद उन्होंने रामविलास पासवान की लोकजनशक्ति पार्टी ज्वाइन की थी।