IAS Removal Process: कैसे पद से हटाए जाते है IAS अधिकारी, संतोष वर्मा मामले से जानिए पूरी डिटेल Bihar News: अदना सा JE के पास आय से 1.46 करोड़ की अधिक संपत्ति, निगरानी टीम भ्रष्ट अभियंता के ठिकानों पर कर रही छापेमारी vigilance bureau bihar : 5,000 रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार हुआ ASI, निगरानी ब्यूरो की बड़ी कार्रवाई Oscar Shortlist Homebound: ऑस्कर 2026 के लिए शॉर्टलिस्ट हुआ 'होमबाउंड', करण जौहर के लिए गर्व का पल Bihar IPL Cricketers: बिहार के क्रिकेटरों की धाक! IPL में ईशान किशन से लेकर वैभव सूर्यवंशी तक; यहां देखें पूरी लिस्ट IIMC Vacancy: भारतीय जन संचार संस्थान में नौकरी पाने का मिल रहा सुनहरा अवसर, योग्य अभ्यर्थी समय रहते करें आवेदन.. नितिन नबीन को राष्ट्रीय फलक पर लाना बिहार की युवा पीढ़ी का सम्मान: सम्राट चौधरी Bihar News: बिहार के इस ग्रीनफील्ड फोरलेन का काम समाप्ति की ओर, जमीन की कीमतों में भारी बढ़ोतरी से स्थानीय लोग उत्साहित Education Department : पति-पत्नी को एक साथ मिला जिला शिक्षा पदाधिकारी का नोटिस, जानिए क्या रही वजह Bihar Bhumi: बिहार के सभी ADM-DCLR और CO को पटना बुलाया गया, भू स्वामियों की सहूलियत को लेकर डिप्टी CM विजय सिन्हा की बड़ी पहल
18-Aug-2025 01:00 PM
By FIRST BIHAR
Bihar Crime News: बिहार एसटीएफ की टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए कुख्यात अपराधी और दो लाख रुपये के इनामी बूटन चौधरी को महाराष्ट्र पुलिस की मदद से मुंबई से गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल उसे रिमांड पर बिहार लाने की प्रक्रिया चल रही है।
बूटन चौधरी, जो कि रणवीर सेना का पूर्व एरिया कमांडर रह चुका है, के खिलाफ पांच से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसकी गिरफ्तारी को बिहार पुलिस की बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है, क्योंकि वह लंबे समय से फरार चल रहा था।
एसटीएफ के अनुसार, अप्रैल 2025 में बूटन के भोजपुर के गांव बेलाउर स्थित घर से AK-47 राइफल, 43 जिंदा कारतूस, दो मैगजीन, इंसास राइफल की दो मैगजीन और एक हैंड ग्रेनेड बरामद किया गया था। इससे पहले, वह 2016 में भी AK-47 और पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया गया था।
बूटन हाल ही में भोजपुर जिले के बीडीसी सदस्य दीपक साह की हत्या के मामले में जेल से बाहर आया था। उस पर पहले भी कई संगीन आपराधिक मामलों में कार्रवाई की जा चुकी है। बूटन चौधरी और रंजीत चौधरी का गैंगवार क्षेत्र में लंबे समय तक चर्चा का विषय रहा। कभी दोनों करीबी दोस्त थे और आठ वर्षों तक साथ मिलकर अपराध किए, लेकिन बाद में इनके रिश्ते इतने बिगड़े कि एक-दूसरे के खून के प्यासे बन गए।
2013 में बूटन चौधरी पर हमला हुआ, जिसका आरोप रंजीत और उसके भाइयों पर लगा। 2016 में रंजीत के बड़े भाई हेमंत चौधरी की हत्या पंचायत चुनाव प्रचार के दौरान कर दी गई, जिसमें बूटन के गुर्गों पर संदेह जताया गया। बूटन चौधरी का आतंक आरा और आसपास के इलाकों में व्यापक रूप से फैला हुआ था। वह खुलेआम एके-47 जैसे आधुनिक हथियारों का प्रदर्शन करता था और लंबे समय तक पुलिस को चकमा देकर फरार रहा। उसके बढ़ते अपराध को देखते हुए पुलिस ने उस पर 2 लाख का इनाम घोषित किया था।