पटना और मुजफ्फरपुर के बाद अब पूर्णिया में भूमि सुधार जन कल्याण संवाद का होगा आयोजन, इस दिन विजय सिन्हा सुनेंगे आमलोगों की शिकायतें Bihar acid attack : पति पर था ब्यूटी पार्लर संचालिका के साथ 'इलु -इलु' करने का शक, वाइफ ने करवा दिया एसिड अटैक; इस तरह सच आया सामने बिहार का चेरापूंजी कहे जाने वाला जिला किशनगंज में शीतलहर का कहर जारी, जनजीवन अस्त-व्यस्त, अलाव की व्यवस्था नहीं Delhi Metro Project 2025 : दिल्ली-NCR को मोदी सरकार का न्यू ईयर गिफ्ट, मेट्रो Phase-VA का विस्तार, 13 नए स्टेशन बनेंगे Maysa: रश्मिका मंदाना की फिल्म 'मायसा' की पहली झलक आई सामने, नए साल में करेगी धमाका Bihar Railway Connectivity : बिहार में रेल कनेक्टिविटी को मिलेगी नई रफ्तार, इस रेलवे स्टेशन पर बनेंगे दो नए प्लेटफॉर्म RRB सेक्शन कंट्रोलर और ग्रुप डी भर्ती 2026: जानिए... परीक्षा तिथि और एडमिट कार्ड की पूरी डिटेल Bihar MDM scam : बिहार में एमडीएम घोटाला, हेडमास्टरों से 1.92 करोड़ की वसूली, शिक्षा विभाग में मचा हड़कंप Vaibhav Suryavanshi: वैभव सुर्यवंशी के बल्ले का जलवा..., बिहार के लाल ने 'विजय हजारे ट्रॉफी' में खेली ताबड़तोड़ पारी bihar land purchase rule : बिहार में जमीन खरीद से पहले जान लें नए नियम, सरकार ने जारी किया आदेश; आप भी जान लें क्या है ख़ास
03-Jun-2025 08:36 PM
By First Bihar
GAYA: दिल को दहला देने वाली घटना गया से आ रही है। जहां घर पर गैंगरेप पीड़िता का इलाज करना एक ग्रामीण डॉक्टर को महंगा पड़ गया। डॉक्टर को दुष्कर्म के आरोपियों ने घर से घसीट कर बाहर निकाला और पेड़ में बांधकर जमकर पीटा। इस जानलेवा हमले में ग्रामीण डॉक्टर बुरी तरह घायल हो गये। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची डायल 112 की टीम ने पेड़ में बांधकर रखे घायल ग्रामीण डॉक्टर को बंधन से मुक्त कराया।
दरअसल, यह घटना नक्सल प्रभावित क्षेत्र जिले के गुरपा थाना क्षेत्र के हाराखुरा गांव की है। बता दें कि रेप पीड़िता के घर इलाज के लिए पहुंचे एक ग्रामीण डॉक्टर को बच्ची से दुष्कर्म के आरोपियों ने न सिर्फ घर से घसीट कर बाहर निकाला, बल्कि पेड़ से बांधकर बेरहमी से ऐसा पीटा कि पूरा शरीर लहूलुहान हो गया। घटना मंगलवार की है जब ग्रामीण डॉक्टर जितेंद्र यादव एक रेप पीड़िता का इलाज करने उसके घर गये हुए थे। तभी आरोपियों ने उन्हें धर दबोचा और सभी ने मिलकर पेड़ में रस्सी से बांध कर हाथ साफ किया।
बताया जाता है कि बच्ची के साथ गैंगरेप हुआ था। दुष्कर्म के आरोपियों को लगा कि डॉक्टर जितेंद्र यादव रेप पीड़िता की मदद कर रहे हैं। इसी ‘शक’ में उसकी जान लेने पर वो उतारू हो गए। रेप पीड़िता की नाबालिग भांजी ने बहादुरी दिखाते हुए डायल 112 की टीम को इस घटना की सूचना दी। उस समय बच्ची ने देखा कि डॉक्टर साहब को कुछ लोगों ने पेड़ में बांध दिया और जमकर पिटाई करने लगे। उनकी जान बचाने के लिए नाबालिग बच्ची वहां से भागकर किसी तरह मेन रोड पर पहुंच गयी और हर आने जाने वाली गाड़ियों को निहारती रही।
लेकिन जैसे ही उसकी नजर गांव की ओर आ रही डायल 112 की गाड़ी पर गई तब उसने पुलिस कर्मियों को रुकने का इशारा किया। जब पुलिस की गाड़ी रुकी तो उन्हें घटना की जानकारी बच्ची ने दी। जिसके बाद पुलिस की टीम हाराखुरा गांव में पहुंची। लेकिन पुलिस को आता देख आरोपी मौके से फरार हो गया। पुलिस कर्मी ने पेड़ में बंधे डॉक्टर को मुक्त कराया। जिसके बाद घायल डॉक्टर को फतेहपुर सीएचसी इलाज के लिए ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें मगध मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।