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28-May-2025 05:04 PM
By First Bihar
NALANDA: बिहार के नालंदा जिले में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब पुलिस ने जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) से जुड़े दो नेताओं के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। पुलिस को संदेह है कि दोनों भाई बाबर मल्लिक और अकबर मल्लिक अवैध हथियारों के कारोबार में लिप्त हैं। छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में हथियारों के मिलने की सूचना है, हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
6 घंटे तक चली कार्रवाई, कई थानों की टीम शामिल
बिहार थाना क्षेत्र के बैंगानाबाद मोहल्ला में मंगलवार सुबह से शुरू हुई इस छापेमारी का नेतृत्व नालंदा एसपी भारत सोनी ने किया। यह अभियान करीब छह घंटे तक चली। कार्रवाई में बिहार थाना के अलावा लहेरी, सोहसराय थानों और सदर डीएसपी की टीमें शामिल थीं। अकबर मल्लिक और बाबर मल्लिक के घरों और आसपास के ठिकानों पर पुलिस ने एक साथ छापेमारी की। एसपी भारत सोनी ने मीडिया को बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि इन नेताओं के पास अवैध हथियारों का जखीरा है। इसी सूचना के आधार पर एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई और अचानक छापेमारी कर कार्रवाई की गई।
अपराध के पुराने मामलों में भी शामिल रहे हैं दोनों भाई
छापेमारी के केंद्र में रहे अकबर मल्लिक और बाबर मल्लिक पर पहले से ही आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहने के आरोप हैं। अकबर मल्लिक पूर्व में ठगी, दंगा और आर्म्स एक्ट के तहत जेल जा चुका है, जिसके बाद उसे जेडीयू से निष्कासित कर दिया गया था। वहीं, बाबर मल्लिक अभी किसी पद पर नहीं हैं, लेकिन पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता माने जाते हैं।
जांच में और लोगों के नाम आ सकते हैं सामने
पुलिस इस मामले को लेकर गंभीर नजर आ रही है और छापेमारी के दौरान मिले सुरागों के आधार पर गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की पहचान की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि पूरे नेटवर्क को चिन्हित कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जेडीयू ने बनाई दूरी, अपराध के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की बात दोहराई
छापेमारी के बाद जेडीयू की तरफ से पार्टी प्रवक्ता डॉ. धनंजय देव ने स्पष्ट किया कि बाबर मल्लिक वर्तमान में पार्टी में किसी पद पर नहीं हैं और अकबर मल्लिक को पहले ही पार्टी से निकाल दिया गया है। उन्होंने कहा कि मारी सरकार की नीति स्पष्ट है। चाहे कोई कितना भी रसूखदार क्यों न हो, नीतीश कुमार की सुशासन सरकार में न कोई निर्दोष फंसता है और न ही कोई दोषी बच निकलता है।
इलाके में मचा हड़कंप, लोग कर रहे चर्चा
पुलिस की इस कार्रवाई से बैंगानाबाद और आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया है। लोगों में इस बात की चर्चा हो रही है कि राजनीतिक संरक्षण में अपराध किस तरह फल-फूल रहा हैं। इस छापेमारी ने स्थानीय राजनीति में हलचल मचा कर रख दी है, खासकर तब जब यह मामला सत्ताधारी दल से जुड़े नेताओं से जुड़ा हो।









