Bihar Bhumi: जमीन के फर्जी कागजात मिलने पर दर्ज होगा क्रिमिनल केस, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने पुलिस को दिया आदेश.... Bihar Teacher: बिहार में 50 हजार से ज्यादा शिक्षकों की होगी भर्ती, TRE-5 को लेकर भी आया अहम अपडेट Bihar News: गड्ढे में डूबकर एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत, खेलते समय हुआ हादसा पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा ने पूर्णिया एयरपोर्ट का लिया जायजा, कहा..केंद्र और राज्य सरकार ने किया वादा पूरा BIHAR NEWS : समस्तीपुर में बवाल: पति-पत्नी की मौत से आक्रोशित भीड़ ने पुलिस पर किया हमला, गाड़ी पलटी Voter Adhikar Yatra: पटना में रैली नहीं, पदयात्रा करेंगे राहुल गांधी और तेजस्वी यादव – वोटर अधिकार यात्रा का बदला समापन प्लान ROAD ACCIDENT : सड़क हादसे में बाइक सवार युवक की मौत, परिवार वालों ने लगाया हत्या का आरोप ROAD ACCIDENT : कोचिंग पढ़ कर घर लौट रहे युवक की सड़क हादसे में मौत, परिजनों ने रखी यह मांग Road Accident: रील बनाते वक्त हुआ सड़क हादसा, दो युवकों की मौत, एक गंभीर घायल IAS Officer : जानिए कौन है डिप्टी सीएम की बेटी के साथ शादी रचाने जा रहे IAS ऑफिसर,पहली बार में ही मिल गई थी सफलता
11-May-2025 08:00 AM
By First Bihar
India Pakistan: जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में 10 मई 2025 को पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में बिहार के छपरा जिले के नारायणपुर गांव निवासी BSF सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज शहीद हो गए हैं। यह घटना भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर समझौते के मात्र तीन घंटे बाद हुई, जब पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर फिर से फायरिंग शुरू कर दी। BSF के आउटपोस्ट का नेतृत्व कर रहे इम्तियाज ने अदम्य साहस दिखाते हुए अपने साथी जवानों को बचाने के लिए प्राणों की आहुति दे दी। BSF ने कहा, “हम शहीद मो. इम्तियाज के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं।” इधर उनके शहीद होने की खबर से नारायणपुर गांव में शोक की लहर छा गई है।
मो. इम्तियाज के परिवार को BSF ने उनकी शहादत की सूचना दे दी है, और परिजन जम्मू के लिए रवाना हो गए हैं। 11 मई को जम्मू के फ्रंटियर हेडक्वार्टर, पलौरा में पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनकी शहादत को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके बाद उनका पार्थिव शरीर परिजनों को सौंपा जाएगा, जो संभवतः रविवार शाम तक उनके गांव नारायणपुर पहुंचेगा। BSF के डीजी और सभी रैंकों ने उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
नारायणपुर के ग्रामीणों ने मो. इम्तियाज को एक नेकदिल और मिलनसार व्यक्ति के रूप में याद किया। वे एक माह पहले ईद के लिए गांव आए थे, जहां सुबह मॉर्निंग वॉक के दौरान सभी से मिलते-जुलते थे। उनके बेटे मोहम्मद इमरान ने बायोमेडिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और वर्तमान में पटना के PMCH में कार्यरत हैं। पिता की शहादत की खबर मिलते ही इमरान जम्मू के लिए रवाना हो गए। उनकी पत्नी बीमार हैं और उन्हें अभी इस दुखद समाचार की जानकारी नहीं दी गई है।
ग्रामीणों ने उनकी बहादुरी को सलाम करते हुए उनके परिवार के प्रति संवेदना जताई है। बताते चलें कि शनिवार को पाकिस्तान ने सीजफायर उल्लंघन के अलावा ड्रोन हमले भी किए, जिन्हें भारत ने नाकाम कर दिया। इस बारे में बात करते हुए विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा है कि भारत किसी भी उल्लंघन का कड़ा जवाब देगा। मो. इम्तियाज की शहादत में बाद पूरे बिहार में उदासी छा गई है, साथ ही राज्य की जनता में गर्व भी है कि उनके बेटे ने मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। यह देश उनके इस बलिदान को सदैव याद रखेगा।