बिहार में औद्योगिक विकास को नई गति: मुजफ्फरपुर टेक्सटाइल पार्क में हाई स्पिरिट कमर्शियल वेंचर्स का उद्घाटन उधर पति दुबई गया इधर सास और ननद को खिला दिया नींद की गोली, आशिक को घर पर बुलाकर रंगरेलियां मनाते पकड़ी गई बहू Bihar Crime News: दो बच्चों की मां से इश्कबाजी पड़ी भारी, लोगों ने युवक को पेड़ से बांधकर पीटा; हालात काबू करने में पुलिस के छूटे पसीने Bihar Police: हथियार लहराने वाले 5000 लोगों की खैर नहीं, स्पीडी ट्रायल के लिए स्पेशल कोर्ट...DGP ने भेजा प्रस्ताव, 2005-2011 तक हफ्ते भर में दिलाई जाती थी सजा Mahayagya: गयाजी में होगा सनातनियों का महासमागम, 21-23 जून तक श्री विद्या त्रिकोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ का आयोजन Mahayagya: गयाजी में होगा सनातनियों का महासमागम, 21-23 जून तक श्री विद्या त्रिकोटि कुमकुमार्चन महायज्ञ का आयोजन Bihar News: उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा का झंझारपुर और लखनौर का दौरा..प्रखंड 20 सूत्री अध्यक्ष-उपाध्यक्ष से की मुलाकात, बोले- जन आकांक्षाओं को मिलेगी नई ऊर्जा Bihar Train News: बिहार के इस रेलखंड पर चलने वाली तीन जोड़ी ट्रेनों के ठहराव और समय में बदलाव, जानिए.. शेड्यूल Bihar Train News: बिहार के इस रेलखंड पर चलने वाली तीन जोड़ी ट्रेनों के ठहराव और समय में बदलाव, जानिए.. शेड्यूल VIP नेता संजीव मिश्रा ने बनैली पट्टी में चलाया जनसंवाद अभियान, स्थानीय लोगों की सुनी समस्याएं
19-Jun-2025 12:55 PM
By First Bihar
Bihar News: बिहार के भागलपुर जिले के पीरपैंती में 2400 मेगावाट क्षमता का एक नया ग्रीनफील्ड थर्मल पावर प्लांट स्थापित होने जा रहा है। 21,400 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली यह परियोजना बिहार में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा निवेश है। बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड ने इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसमें 25 जून 2025 तक एजेंसियां भाग ले सकती हैं।
11 जुलाई को तकनीकी बोली और 16 जुलाई को वित्तीय बोली खोली जाएगी, जिसमें डीप पोर्टल पर इ-रिवर्स नीलामी के जरिए सबसे कम बोली लगाने वाली एजेंसी को यह मेगा प्रोजेक्ट सौंपा जाएगा। केंद्र सरकार की टैरिफ पॉलिसी 2016 के तहत मंजूरी प्राप्त इस परियोजना के लिए कोल इंडिया से कोयला आवंटन और 1020.60 एकड़ जमीन का अधिग्रहण पहले ही पूरा हो चुका है।
यह परियोजना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दूरदर्शी ऊर्जा नीति का परिणाम है, जिसका उद्देश्य बिहार को बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बनाना है। वर्तमान में बिहार को अपनी बिजली जरूरतों के लिए अन्य राज्यों पर निर्भर रहना पड़ता है, जिससे लागत बढ़ती है। यह पावर प्लांट चालू होने के बाद बिजली की खरीद पर निर्भरता कम होगी और आम जनता को सस्ती दरों पर विश्वसनीय बिजली मिलेगी।
इस थर्मल पावर प्लांट के बनने से बिहार को कई फायदे होंगे। यह परियोजना न केवल बिजली की लागत कम करेगी बल्कि निर्माण और संचालन के दौरान हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी पैदा करेगी। सस्ती बिजली की उपलब्धता से औद्योगिक इकाइयों को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे राज्य में निवेश और आर्थिक विकास को गति मिलेगी। बता दें कि पहले सौर ऊर्जा संयंत्र का प्रस्ताव था, लेकिन तकनीकी सर्वेक्षण के बाद थर्मल पावर प्लांट को अधिक व्यवहार्य माना गया। कोयले की उपलब्धता और अनुकूल जमीन ने इस निर्णय को और भी मजबूती दे दी।
आने वाले समय में यह पावर प्लांट बिहार के विकास में एक नया अध्याय जोड़ेगा और अगले 15-20 वर्षों तक राज्य की बिजली जरूरतों को बिना किसी रुकावट के पूरा करेगा। वैसे यह परियोजना बिहार को ऊर्जा आत्मनिर्भरता की नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी या नहीं ये तो समय ही बताएगा।