Bihar Election 2025: ‘बिहार के बच्चे ट्रेनों में धक्के खा रहे हैं’, प्रशांत किशोर का पीएम मोदी और अमित शाह पर हमला Bihar Election 2025: ‘बिहार के बच्चे ट्रेनों में धक्के खा रहे हैं’, प्रशांत किशोर का पीएम मोदी और अमित शाह पर हमला एक बोरी सिक्का लेकर बेटी को स्कूटी दिलाने पहुंचा पिता, शोरूम के कर्मचारियों ने किया स्वागत Bihar News: बिहार में चेकिंग के दौरान CRPF जवानों और दारोगा के परिवार के बीच मारपीट, बीच सड़क पर खूब चले लात-घूंसे; वीडियो वायरल Bihar Election 2025: ‘सरकार बनी तो 20 महीने में चीनी मिल चालू करेंगे’, दरभंगा में तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणा Bihar Election 2025: ‘सरकार बनी तो 20 महीने में चीनी मिल चालू करेंगे’, दरभंगा में तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणा मंत्री अशोक चौधरी और JDU महासचिव रंजीत झा का जहानाबाद में जनसंपर्क, कहा- CM नीतीश के नेतृत्व में विकसित बिहार का सपना हो रहा साकार Bihar Election 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दहाड़, नाम लिए बिना पाकिस्तान को कुत्ते की पूंछ बताया Bihar Election 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दहाड़, नाम लिए बिना पाकिस्तान को कुत्ते की पूंछ बताया देश मे अमन शांति बनाए रखने के लिए महागठबंधन की सरकार जरूरी: मुकेश सहनी
05-Sep-2025 10:38 AM
By First Bihar
Bihar News: बेगूसराय में सिंघौल थाना क्षेत्र के बगवाड़ा गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक नौवीं कक्षा की छात्रा ने मामूली विवाद के बाद अपनी जान दे दी। घटना 1 सितंबर की बताई जा रही है। मृतका की पहचान बगवाड़ा वार्ड-1 निवासी धर्मेंद्र महतो की 15 वर्षीय पुत्री आंचल कुमारी के रूप में की गई है।
मिली जानकारी के अनुसार, 1 सितंबर को आंचल मोबाइल फोन पर गेम खेल रही थी। इस दौरान उसकी मां ने उसे गेम खेलने से मना किया और पढ़ाई पर ध्यान देने की नसीहत दी। इसी बात पर नाराज होकर आंचल ने घर में ही चुन्नी से फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। परिजनों ने तत्काल उसे फंदे से उतारकर गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया। तीन दिनों तक इलाज चलने के बाद भी छात्रा की जान नहीं बच सकी और 3 सितंबर को उसकी मौत हो गई।
घटना की सूचना पर सिंघौल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बेगूसराय सदर अस्पताल भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। परिजनों का कहना है कि आज के समय में बच्चों को कुछ कहने में भी डर लगता है, क्योंकि छोटी-सी बात पर वे बड़ा कदम उठा लेते हैं। परिवार ने घटना को बेटी की नासमझी और गुस्से का परिणाम बताया। इस घटना से पूरे मोहल्ले और परिवार में मातम का माहौल है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना अभिभावकों और बच्चों के बीच संवाद की कमी को दर्शाती है। ग्रामीणों ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
रिपोर्ट: हरेराम दास