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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 13 Feb 2025 07:04:46 AM IST
Masik Krishna Janmashtami - फ़ोटो Masik Krishna Janmashtami
Masik Krishna Janmashtami: फाल्गुन मास का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व हिंदू धर्म में अत्यधिक है। इस मास में अनेक व्रत और त्यौहार मनाए जाते हैं, जिनमें से मासिक कृष्ण जन्माष्टमी एक प्रमुख पर्व है। यह व्रत भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित होता है। इस वर्ष फाल्गुन मास में मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत 20 फरवरी 2025 को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप "लड्डू गोपाल" की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण की आराधना करने से भक्तों को संतान सुख, वंशवृद्धि, और जीवन में सुख-शांति प्राप्त होती है।
मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व्रत का महत्व
मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व्रत को संतान सुख और उनकी दीर्घायु की कामना के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना गया है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन व्रत और पूजा करने से भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त होती है और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इस दिन भक्त उपवास रखते हैं और रात्रि में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाते हैं। पूजा में भगवान कृष्ण को माखन-मिश्री, दूध, और तुलसी पत्र का भोग अर्पित किया जाता है। साथ ही, श्रीकृष्ण से प्रार्थना की जाती है कि वे भक्तों की समस्याओं का निवारण करें।
संतान गोपाल स्तोत्र का पाठ
मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के दिन संतान गोपाल स्तोत्र का पाठ करना अत्यधिक फलदायी माना गया है। यह स्तोत्र भगवान श्रीकृष्ण के उन भक्तों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो संतान प्राप्ति या उनकी भलाई की कामना करते हैं। संतान गोपाल स्तोत्र भगवान श्रीकृष्ण के विभिन्न स्वरूपों की स्तुति करता है और उनके कृपा पात्र बनने के लिए प्रार्थना करता है। यह स्तोत्र संतान से जुड़ी हर प्रकार की समस्याओं को दूर करने और वंशवृद्धि में सहायक होता है।
संतान गोपाल स्तोत्र के पाठ की विधि
प्रातः काल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें।
भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप "लड्डू गोपाल" की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
माखन-मिश्री, तुलसी दल, और दूध का भोग लगाएं।
धूप-दीप जलाकर संतान गोपाल स्तोत्र का श्रद्धा पूर्वक पाठ करें।
व्रत समाप्ति पर गरीबों को भोजन और दान-दक्षिणा दें।
संतान गोपाल स्तोत्र के पाठ का लाभ
संतान गोपाल स्तोत्र का पाठ करने से संतान प्राप्ति की संभावना बढ़ती है। यह स्तोत्र उन दंपतियों के लिए विशेष रूप से फलदायी है जो संतान सुख प्राप्त करना चाहते हैं।
इसके अतिरिक्त:
संतान की दीर्घायु और स्वास्थ्य में सुधार होता है।
पारिवारिक जीवन में सुख-शांति बनी रहती है।
भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
दान और भक्ति का महत्व
मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के दिन दान और भक्ति का विशेष महत्व है। गरीबों और जरूरतमंदों को दान देने से भगवान की विशेष कृपा प्राप्त होती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन किया गया दान कई गुना फल प्रदान करता है। भक्तजन इस दिन व्रत, पूजा और संतान गोपाल स्तोत्र का पाठ कर अपने जीवन में खुशहाली और संतान से जुड़ी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
फाल्गुन मास में मनाया जाने वाला मासिक कृष्ण जन्माष्टमी व्रत और संतान गोपाल स्तोत्र का पाठ भक्तों के लिए अत्यंत फलदायी होता है। भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति, व्रत और दान से न केवल संतान सुख प्राप्त होता है, बल्कि जीवन में सुख-शांति और समृद्धि भी आती है। अतः सभी भक्त इस शुभ अवसर का लाभ उठाएं और भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त करें।