ये नीतीश की पुलिस है: सड़क पर बेहोश पड़े युवक को रस्सी से बांध कर घसीटते हुए अस्पताल ले गयी, कहा-ड्रग्स का नशेड़ी है

ये नीतीश की पुलिस है: सड़क पर बेहोश पड़े युवक को रस्सी से बांध कर घसीटते हुए अस्पताल ले गयी, कहा-ड्रग्स का नशेड़ी है

SITAMARHI: समाज सुधार रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बिहार पुलिस कैसे समाज सुधार रही है इसका उदाहरण आज सीतामढ़ी में देखने को मिल गया। सीतामढ़ी पुलिस के अमानवीय कारनामे ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। पुलिस के कारनामे की तस्वीर और वीडियो वायरल है, जिसमें वर्दीधारी एक युवक को जमीन पर घसीटते हुए अस्पताल ले जा रही है।


दरअसल सीतामढ़ी शहर के आंबेडकर चौराहे पर एक युवक बेसुध पड़ा था. स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. कुछ देर बाद पुलिस की टीम वहां पहुंची. लेकिन जिस तरीके से उसे वहां से अस्पताल ले जाया गया, उसे देखकर लोगों का कलेजा कांप उठा। 


शरीर में रस्सी बांधकर जमीन पर घसीटा

आंबेडकर चौक पर बेहोश पड़े युवक को पहले तो पुलिस ने अपनी जीप में लादा और फिर उसे लेकर पुलिस जीप सदर अस्पताल पहुंची. अब इलाज के लिए उसे वार्ड में ले जाना था. मरीजों को स्ट्रेचर से वार्ड तक ले जाने के लिए अस्पताल में सरकार कई लोगों को वेतन देकर काम करवाती है. लेकिन पुलिस ने युवक को अस्पताल कैंपस से वार्ड तक पहुंचाने के लिए स्ट्रेचर नहीं मंगवाया. अस्पताल के एक कर्मचारी को बुलवाया और उससे युवक के पैर में रस्सी बंधवाया. फिर सदर अस्पताल कैंपस में घसीटते हुए उसे वार्ड तक ले जाया गया. बेसुध पड़ा युवक घसीटते हुए कांप रहा था, ये हैवानी तस्वीर देख कर वहां मौजूद लोग पुलिस की क्रूरता पर हैरान थे लेकिन पुलिसवाले बेफिक्र थे। 


पुलिस ने कहा नशेड़ी है युवक

सदर अस्पताल कैंपस में मौजूद कुछ लोगों ने पुलिस से युवक के बारे में पूछताछ की तो बताया गया कि वह नशेड़ी है और नशा का इंजेक्शन लेता है. युवक के पॉकेट से पोर्टविन की सूई भी बरामद हुआ. स्वास्थ्यकर्मियों के मुताबिक नशे की आदी नशेड़ी ये इंजेक्शन खुद ही सिरिंज में भरकर ले लेते हैं. लेकिन क्या किसी नशे के आदि व्यक्ति को भी इस तरह से घसीटते हुए इलाज के लिए ले जाया जा सकता है. मीडिया ने जब पुलिस के  सर्किल इंस्पेक्टर देवेंद्र कुमार से पूछा  उनका कहना था कि घटना के संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है. पता करते हैं।