PATNA: गांधी मैदान में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित कर जेडीयू मुश्किल में घिरती दिख रही है। गांधी मैदान में भीड़ नहीं जुटा पाने पर विरोधी जमकर नीतीश कुमार की खिंचाई कर रहे हैं। तेजस्वी यादव हों या राबड़ी देवी सभी जेडीयू के कार्यक्रम को सुपर फ्लॉप बता नीतीश कुमार के दिन लद जाने की बात कर रहे हैं। वहीं इस रैली के दौरान बीच मैदान में पार्टी के एक विधायक के मसाज कराने वाले मामले ने भी तूल पकड़ लिया है, विपक्ष इसे पार्टी कल्चर से जोड़ कर ये बता रहा है कि कार्यकर्ताओं की नेता के आगे क्या हैसियत है और कितना सम्मान है इससे ये पता चल रहा है। वहीं इस मामले में नीतीश सरकार के मंत्री ने अपना अजीबो-गरीब तर्क दिया है।
बिहार सरकार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री सह जेडीयू नेता श्याम रजक ने मामले में कहा कि ये तो कार्यकर्ताओं का प्यार और स्नेह है। पार्टी कार्यकर्ता तो हमारा साथी है। अगर हम अभी गिर जाए तो कार्यकर्ता ही तो हमें उठा कर ले जाएगा। अपने नेता का दुख-दर्द को कार्यकर्ता नहीं जानेगा तो कौन जानेगा। हालांकि तूल पकड़ चुके इस मामले पर अपनी अनभिज्ञता भी जता रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि बीच मैदान में हजारों कार्यकर्ताओं के सामने लेट कर मसाज करवाना क्या उचित है। इससे लोगों के बीच आखिर कौन सा मैसेज जाएगा ?
आपको बता दें कि रविवार को पटना के गांधी मैदान में जेडीयू के कार्यकर्ता सम्मेलन में शक्ति प्रदर्शन करने के लिए पार्टी के कई विधायक अपने समर्थकों के साथ पैदल ही गांधी मैदान पहुंच गए। नवादा से जेडीयू के विधायक कौशल यादव भी अपने समर्थकों के साथ पैदल गांधी मैदान पहुंचे। पटना स्थित अपने आवास से गांधी मैदान तक का लंबा सफर पैदल तय करने के बाद विधायक जीत थक गए गांधी मैदान पहुंचकर विधायक जी जमीन पर ही लेट गए और उनके समर्थक सेवा में जुट गए। जेडीयू विधायक कौशल यादव गांधी मैदान में जमीन पर लेटे नजर आए उनके समर्थक उनका पांव दबाते रहे।