रो-रोकर 3 करोड़ में टिकट बेचने का आरोप लगाने वाली विधायक बेबी कुमारी 3 दिन में ही पलटीं, अब कहा- BJP मेरी मां है

रो-रोकर 3 करोड़ में टिकट बेचने का आरोप लगाने वाली विधायक बेबी कुमारी 3 दिन में ही पलटीं, अब कहा- BJP मेरी मां है

PATNA : तीन दिन पहले भरी प्रेस कांफ्रेंस में रो रो कर बीजेपी को धोखेबाज और मुकेश सहनी को टिकट बेचने वाला बताने वाली विधायक बेबी कुमारी यू टर्न मार गयी है. बेबी कुमारी ने आज बीजेपी नेताओं के साथ प्रेस कांफ्रेंस कर पार्टी को अपनी मां बता दिया. बेबी बोलीं, मां कभी बच्चे के साथ अन्याय कर ही नहीं सकती. सूत्र बता रहे हैं कि बीजेपी ने बेबी कुमारी को एडजस्ट करने का तगड़ा ऑफर दे दिया है.




बेबी का यू टर्न
दरअसल बेबी कुमारी मुजफ्फरपुर के बोचहां से निर्दलीय विधायक हैं. लेकिन 2015 में चुनाव जीतने के साथ ही वे बीजेपी के साथ चली गयीं. फिलहाल वे बीजेपी की प्रदेश उपाध्यक्ष भी हैं. तीन दिन पहले बेबी कुमारी ने मुजफ्फरपुर में प्रेस कांफ्रेंस बुलायी. वहां मीडियाकर्मियों के सामने फूट फूट कर रोयीं. बेबी कुमारी ने कहा “BJP ने एक दलित की बेटी के साथ बहुत बड़ी धोखाधड़ी की. बीजेपी के नेता मुझे रोज कहते रहे कि गठबंधन टूट जायेगा लेकिन टिकट उन्हें ही मिलेगा. लेकिन ये सीट वीआईपी पार्टी को दे दिया गया. वीआईपी पार्टी के मुकेश सहनी ने ये सीट 3 करोड़ 8 लाख रूपये में बेच दिया. मुकेश सहनी में मेरी जाति का भी अपमान किया.”


इस प्रेस कांफ्रेंस में ही बेबी कुमारी ने लोक जनशक्ति पार्टी से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया. हालांकि एक दिन पहले ही वे पटना में चिराग पासवान के घर जाकर लोक जनशक्ति पार्टी का सिम्बल ले आयी थीं. लेकिन ड्रामा एक दिन बाद प्रेस कांफ्रेंस करके किया.


तीन दिन बाद नया ड्रामा
लेकिन असली खेल रविवार को हुआ. बेबी कुमारी बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में पहुंच गयीं. वहां बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के साथ प्रेस कांफ्रेंस किया और फिर कहा कि बीजेपी उनकी मां है. कोई मां कैसे किसी बच्चे के साथ अन्याय कर सकती है. इसलिए वे लोजपा से चुनाव नहीं लड़ेंगी और सिम्बल वापस कर दिया है.


उधर बीजेपी सूत्रों की मानें तो बेबी कुमारी को एडजस्ट करने का भरोसा दिलाया गया है. उन्हें ऐसा ऑफर दिया गया है कि वे सारा रोना-धोना भूल गयीं. अब बीजेपी ने इसे अपनी बडी उपलब्धि मान रही है. बिहार चुनाव में बीजेपी के दर्जनों नेता लोजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. उन सबों को समझाने-मनाने की पूरी कोशिश हुई लेकिन पहली दफे ऐसा हुआ कि कोई वापस लौट कर आया है.