शिक्षा मंत्री अब सवालों से टेंशन में नहीं आते, विधानसभा में अपने अंदाज से छा गए

शिक्षा मंत्री अब सवालों से टेंशन में नहीं आते, विधानसभा में अपने अंदाज से छा गए

PATNA : बिहार में शिक्षा विभाग का मंत्री बनना मतलब कांटों का ताज सिर माथे पर लेना। शिक्षा विभाग से जुड़े हैं शिकायतों और सवालों के पहले इतनी लंबी है कि जो भी इस विभाग का मंत्री रहा उसके पसीने छूटते रहे. बिहार के मौजूदा शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा भी पिछले कई विधानसभा सत्रों  में सवालों से जूझते रहे हैं लेकिन अब उन्हें तीखे और कड़वे सवालों की आदत हो गई है.


विधानसभा के प्रश्नोत्तर काल में आज शिक्षा विभाग से जुड़े सवालों का दिन था 1 घंटे में 80 सवाल शिक्षा विभाग से जुड़े थे. सभी सवाल पूछे तो नहीं जा सके लेकिन लगभग दो दर्जन सवालों का शिक्षा मंत्री ने बखूबी सदन में जवाब दिया. मूल प्रश्न से लेकर पूरक प्रश्न उत्तर पर मंत्री महोदय का जो जवाब सदन में हुआ उसे देखकर सहयोगी सदस्यों के साथ-साथ विपक्ष के सदस्य भी दंग थे. लगभग सभी दलों के सदस्यों ने शिक्षामंत्री से खूब सवाल दागे लेकिन मंत्री हर सवाल का मुस्कुराते हुए जवाब देते रहे.

प्रश्नोत्तर का जब अपने अंतिम दौर में पहुंचा तो संसदीय कार्य मंत्री को शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा की तारीफ करनी पड़ी. मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि सदन को इस बात के लिए शिक्षा मंत्री का धन्यवाद देना चाहिए कि उन्होंने सभी सवालों का बखूबी जवाब दिया. मंत्री नंदकिशोर यादव ने भी कहा कि आज विधानसभा की महफिल अकेले शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा लूट ले गए. विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने भी शिक्षा मंत्री की तारीफ की. सदन में अक्सर फजीहत झेलने वाले शिक्षा मंत्री किष्ण नंदन वर्मा अपनी सफलता पर मुस्कुराते रहे और आखिरकार सदन में उन्होंने शायरी वाले अंदाज में चंद लाइने बोल दी.