त्योहारों में घर पहुंचने की जद्दोजहद, ट्रेनें कम इसलिए फ्लाइट का किराया आसमान में

त्योहारों में घर पहुंचने की जद्दोजहद, ट्रेनें कम इसलिए फ्लाइट का किराया आसमान में

PATNA : कोरोना काल के बीच के त्यौहार में घर पहुंचने की जद्दोजहद ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है.  ट्रेन की संख्या कम है इसलिए ज्यादातर लोग फ्लाइट के जरिए घर पहुंचना चाहते हैं और यही वजह है कि त्योहारों के इस मौसम में फ्लाइट का किराया 5 गुना महंगा हो गया है.कोरोना काल के बीच गाइडलाइन के तहत ट्रेनों का सफर लिमिटेड हुआ है और इस बार त्यौहार पर केवल 10 फ़ीसदी ट्रेनें ही चल रही है. दिवाली और छठ के मौके पर हर दिन ट्रेन से तकरीबन 2 करोड़ 80 लाख लोग सफर करते थे जो इस बार केवल 19 लाख तक सीमित है.

रेलवे के आंकड़े बताते हैं कि त्योहार के मौसम में हर दिन तकरीबन 13000 ट्रेनों का परिचालन होता था, लेकिन इस बार यह संख्या घटकर 13 सौ के आसपास रह गई है. हालांकि रेलवे की तरफ से अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जा रही हैं लेकिन यात्रियों की भीड़ को देखते हुए यह नाकाफी साबित हो रही हैं.

 यही वजह है कि अब लोग फ्लाइट का सहारा ले रहे हैं. त्योहार के मौसम में फ्लाइट का किराया 5 गुना तक जा पहुंचा है. हालांकि सरकार ने किराए पर कैपिंग लगा कर रखी हुई है, लेकिन बावजूद इसके किराया आसमान छू रहा है. पटना से दिल्ली के लिए सामान्य दिनों में किराया 24 सौ के आसपास होता है जो त्योहार के मौसम में बढ़कर 97 सौ के आसपास जा पहुंचा है. दिल्ली से वाराणसी का किराया 8000, दिल्ली से लखनऊ का 7000, मुंबई से पटना का 11,000 दिल्ली से कोलकाता का 6000, दिल्ली से रांची का किराया 9000 जा पहुंचा है. मगर ट्रेनों की बात करें तो वहां भी वेटिंग होने के कारण लोग महंगा हवाई टिकट खरीदने को मजबूर हैं.