तिरंगा बाइक रैली में विपक्षी सांसदों के शामिल नहीं होने पर भड़की बीजेपी, संबित पात्रा बोले.. यह किसी पार्टी का कार्यक्रम नहीं

तिरंगा बाइक रैली में विपक्षी सांसदों के शामिल नहीं होने पर भड़की बीजेपी, संबित पात्रा बोले.. यह किसी पार्टी का कार्यक्रम नहीं

DESK : देश भर में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. इसके तहत देशभर में कई कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है. इसी क्रम में सांसदों ने बुधवार को लालकिले से लेकर विजय चौक तकतिरंगा रैली का आयोजन किया. इस रैली को उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी और पीयूष गोयल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने तिरंगा रैली कार्यक्रम में विपक्षी नेताओं के शामिल नहीं होने पर नराजगी जाहिर किया है.


बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि उप-राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने तिरंगा बाइक रैली कार्यक्रम का शुभारंभ किया. क्योंकि ये कार्यक्रम किसी पार्टी का कार्यक्रम नहीं है. यह सरकार का कार्यक्रम है. हर सांसद को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रण दिया गया था, लेकिन इस पर भी राजनीति हो रही है. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने बार-बार कहा है कि राजनीति से ऊपर उठाकर राष्ट्रनीति के लिए सबको एक साथ आना चाहिए. तिरंगा किसी पार्टी का नहीं है. बल्कि यह राष्ट्र का है. 


संबित पात्रा ने हर घर में तिरंगा फहराना है, ये किसी पार्टी की लाइन नहीं हो सकती है. तिरंगा पहराने पर राजनीति नहीं करना चाहिए. तिरंगा एक प्रतीक है. भाव तो ह्रदय में होता है लेकिन जब तक हम इसका सम्मान नहीं करेंगे तब तक यह कैसे मना जाएगा कि देश और तिरंगा के लिए हमारे ह्रदय में क्या भाव है, इसीलिए दोनों महत्वपूर्ण है. आज पीएम मोदी ने जब देश में घर-घर तक कोरोना वैक्सीनेशन को पहुंचाया है तो ये भी देश प्रेम है. कुछ भी चीजों को अलग-अलग कर के नहीं देखना चाहिए. 


बता दें कि संस्कृति मंत्रालय की तरफ से दिल्ली में आज तिरंगा बाइक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. देश के सभी लोगों से 13 से 15 अगस्त के बीच हर घर तिरंगा लगाने की भी अपील की गई है. इस अभियान के तहत करीब 20 करोड़ तिरंगा फहराने का लक्ष्य रखा गया है. बीजेपी संसदीय दल की बैठक में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने सभी राजनीतिक दलों के सांसदों से इस रैली में सम्मिलित होने की अपील की थी. उन्होंने कहा था कि यह आयोजन बीजेपी की ओर से नहीं बल्कि संस्कृति मंत्रालय की ओर से किया जा रहा है.