VAISHALI : देश में टेरर फंडिंग के लिए फैले नेटवर्क को लेकर बिहार भी सेंसेटिव जोन में पहुंच गया है। टेरर फंडिंग के मामले में बिहार से पहली गिरफ्तारी हुई है। वैशाली के हाजीपुर स्थित लालगंज से टेरर फंडर गुलाम मुस्तफा के एक गुर्गे को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है जो टेरर फंडिंग करता था। बेंगलुरु की आरपीएफ पुलिस ने यह कार्रवाई की है। गुलाम मुस्तफा के गुर्गे को आरपीएफ ने लालगंज से गिरफ्तार किया है। टेरर फंडिंग करने वाला यह आरोपी अब बेंगलुरु पुलिस की गिरफ्त में है।
एनआईए ने इस बात का खुलासा किया था कि टेरर फंडिंग के लिए गुलाम मुस्तफा अपने नेटवर्क का इस्तेमाल करते हुए ई-टिकटिंग की कालाबाजारी करता था। गुलाम मुस्तफा एएनएमएस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल भी कर रहा था जो प्रतिबंधित है। इस सॉफ्टवेयर की जांच के क्रम में लालगंज के खतरी टोला के रहने वाले उत्तम कुमार को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसकी लालगंज में फैमिली एंड ट्रेडर्स नाम की एक दुकान भी है।
बताया जा रहा है कि आरपीएफ की बेंगलुरु टीम जल्द ही उसे लेकर यहां से रवाना हो जाएगी। फिलहाल उत्तम को रिमांड पर लेने की तैयारी चल रही है। गुलाम मुस्तफा गैंग प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर की मदद से रेलवे की वेबसाइट को हैक करने तथा और उसके जरिए वह टिकटों की कालाबाजारी करता था पहले यह मामला सामान्य टिकट कालाबाजारी का लगा लेकिन जब गुलाम मुस्तफा से पूछताछ हुई तो टेरर फंडिंग की बात भी सामने आ गई थी। एनआईए टेरर फंडिंग से लेकर ई टिकटिंग तक के काले कारोबार की जांच कर रही है।