IRCTC Tatkal Ticket: 10 बजते ही वेबसाइट खड़े कर देती है हाथ? कंपनी के फाउंडर ने बताया तत्काल टिकट पाने का सबसे आसान समाधान Road Accident: बारात से लौट रही कार की ट्रक से टक्कर, दो की मौत Bihar News: सिस्टम के आगे जनता लाचार, डॉक्टरों की लापरवाही के चक्कर में गई 14 वर्षीय बच्ची की जान Bihar News: रक्सौल-हल्दिया 6 लेन एक्सप्रेसवे इस वर्ष तक होगा पूरा, 54,000 करोड़ का प्रोजेक्ट हमेशा के लिए बदलेगा बिहार की तस्वीर Bihar Vegetables Export: अब विदेशों में बिहारी तरकारी का जलवा, इस देश भेजी गई सब्जियों की पहली खेप Bihar Weather: प्रदेश के इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, वज्रपात को लेकर भी IMD ने किया सावधान ARWAL: ऑपरेशन के दौरान महिला की मौत, संचालक मौके से फरार, इलाज में लापरवाही के कारण गई जान शिवहर में 4 दिन से लापता 14 वर्षीय किशोर का मिला शव, इलाके में सनसनी VAISHALI: एनएच-22 पर दर्दनाक सड़क हादसा: दो बाइकों की टक्कर में युवक की मौत, बहन समेत दो घायल मंगल पांडेय से प्रशांत किशोर ने मांगा इस्तीफा, कहा..थोड़ी भी शर्म और लज्जा बची है तो स्वास्थ्य मंत्री पद की कुर्सी छोड़ें
1st Bihar Published by: Updated Fri, 31 Jan 2020 07:32:36 AM IST
- फ़ोटो
VAISHALI : देश में टेरर फंडिंग के लिए फैले नेटवर्क को लेकर बिहार भी सेंसेटिव जोन में पहुंच गया है। टेरर फंडिंग के मामले में बिहार से पहली गिरफ्तारी हुई है। वैशाली के हाजीपुर स्थित लालगंज से टेरर फंडर गुलाम मुस्तफा के एक गुर्गे को पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है जो टेरर फंडिंग करता था। बेंगलुरु की आरपीएफ पुलिस ने यह कार्रवाई की है। गुलाम मुस्तफा के गुर्गे को आरपीएफ ने लालगंज से गिरफ्तार किया है। टेरर फंडिंग करने वाला यह आरोपी अब बेंगलुरु पुलिस की गिरफ्त में है।
एनआईए ने इस बात का खुलासा किया था कि टेरर फंडिंग के लिए गुलाम मुस्तफा अपने नेटवर्क का इस्तेमाल करते हुए ई-टिकटिंग की कालाबाजारी करता था। गुलाम मुस्तफा एएनएमएस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल भी कर रहा था जो प्रतिबंधित है। इस सॉफ्टवेयर की जांच के क्रम में लालगंज के खतरी टोला के रहने वाले उत्तम कुमार को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसकी लालगंज में फैमिली एंड ट्रेडर्स नाम की एक दुकान भी है।
बताया जा रहा है कि आरपीएफ की बेंगलुरु टीम जल्द ही उसे लेकर यहां से रवाना हो जाएगी। फिलहाल उत्तम को रिमांड पर लेने की तैयारी चल रही है। गुलाम मुस्तफा गैंग प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर की मदद से रेलवे की वेबसाइट को हैक करने तथा और उसके जरिए वह टिकटों की कालाबाजारी करता था पहले यह मामला सामान्य टिकट कालाबाजारी का लगा लेकिन जब गुलाम मुस्तफा से पूछताछ हुई तो टेरर फंडिंग की बात भी सामने आ गई थी। एनआईए टेरर फंडिंग से लेकर ई टिकटिंग तक के काले कारोबार की जांच कर रही है।