PATNA : लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के सितारे इन दिनों गर्दिश में चल रहे हैं। तेज प्रताप यादव की राजनीति इन दिनों संघर्ष के दौर में है। पार्टी से लेकर परिवार तक में तेज प्रताप को हाशिए पर नजर आ रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनके साथ ठगी की खबर भी सामने आई है। दरअसल तेज प्रताप यादव ने एक अगरबत्ती कंपनी की शुरुआत पिछले दिनों की थी। अगरबत्ती कंपनी का कामकाज देखने के लिए उन्होंने जिस युवक को रखा वही तेज प्रताप का पैसा लेकर फरार हो गया।
तेज प्रताप यादव की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक अगरबत्ती कंपनी में काम करने वाला आशीष रंजन उनके 71 हजार रुपये लेकर फरार हो गया। आशीष रंजन पटना का ही रहने वाला है और वह अगरबत्ती कंपनी में मार्केटिंग का काम देखता था। आपको बता दें कि तेजप्रताप ने इसी साल जुलाई महीने में एल आर अगरबत्ती के नाम से एक के कंपनी की शुरुआत की थी। इस अगरबत्ती में अलग-अलग किस्म के उत्पाद बेचे जाते थे। तेज प्रताप ने पटना के दानापुर इलाके में अगरबत्ती कंपनी का एक बड़ा सा शो रूम भी खोला। लालू यादव के खटाल के पास अगरबत्ती का प्रोडक्शन शुरू किया गया। तेजप्रताप शुरुआती दिनों में खुद अगरबत्ती कंपनी का मुआयना करने आते थे।
तेज प्रताप यादव की तरफ से पटना के एसके पुरी थाने में कंप्लेन दर्ज कराई गई है। तेज प्रताप यादव ने एसके पुरी पुलिस थाने में आवेदन देते हुए कहा है कि आशीष रंजन उनकी कंपनी में मार्केटिंग का काम देखता है, उसने बिना इजाजत उसने अपने अकाउंट में 71000 रुपये मंगा लिए। रकम एलआर राधा कृष्णा अगरबत्ती के अकाउंट में जानी थी। आशीष रंजन के खिलाफ तत्काल कानूनी कार्रवाई करने के लिए तेज प्रताप ने पुलिस में आवेदन दे दिया है। इस मामले में मार्केटिंग का काम देखने वाले आशीष रंजन से संपर्क नहीं किया जा सका है। तेज प्रताप यादव के आरोपों में कितनी सच्चाई है इसका अंदाजा तभी लग पाएगा जब आशीष रंजन की तरफ से प्रतिक्रिया सामने आएगी।