PATNA: बिहार में विधानसभा की दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव में कुशेश्वरस्थान सीट पर कांग्रेस को समर्थन का एलान करने के तेजप्रताप यादव के फैसले की खबर तेजस्वी यादव को नहीं है। तेजस्वी यादव मीडिया के सामने तो यही कह रहे हैं। हालांकि अंदरखाने से कुछ और ही खबर सामने आ रही है।
गौरतलब है कि आज ही तेजप्रताप यादव ने पत्र जारी किया है कि बिहार में विधानसभा की दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव में उनका छात्र जनशक्ति परिषद कुशेश्वरस्थान सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार अतिरेक कुमार का समर्थन करेगा. छात्र जनशक्ति परिषद तेजप्रताप यादव का संगठन है. राजद के छात्र विंग यानि छात्र राजद का काम देखने वाले तेजप्रताप यादव को जब तेजस्वी ने इससे बेदखल कर दिया तो तेजप्रताप यादव ने ये संगठन बनाया है.
तेजस्वी बोले-नहीं जानता
तेजस्वी यादव आज दिन भर उपचुनाव में जनसंपर्क करने में लगे रहे. देर शाम जब पटना वापस लौटे तो मीडिया ने रोका. पूछा-भाई नाराज हैं क्या जो कांग्रेस के उम्मीदवार को मजबूती से समर्थन देने का एलान कर दिया है. तेजस्वी बोले ये बात उनके संज्ञान में ही नहीं है. पत्रकारों ने फिर से इस मसले पर सवाल पूछा-तेजस्वी उसे टाल गये. उन्होंने कहा कि चर्चा इस बात पर होनी चाहिये कि नीतीश कुमार किस मुंह से उप चुनाव में वोट मांग रहे हैं. तेजस्वी अपने भाई के फैसले पर कुछ बोलने को तैयार नहीं हुए.
परिवार में अब आर-पार की लड़ाई
उधऱ राजद सूत्रों से जो खबर आ रही है वह यह है कि परिवार में मामला अब आर पार का है. तेजस्वी यादव ने अपने पिता लालू प्रसाद यादव से बात की है. लालू और तेजस्वी दोनों समझ रहे हैं कि तेजप्रताप राजद को डैमेज करने में लगे हैं. तेजस्वी अपने पिता से निर्णायक फैसला लेने को कह रहे हैं लेकिन लालू पुत्र मोह में हैं।
लालू औऱ राबडी देवी दोनों का मानना है कि तेजप्रताप यादव को बिना कुछ बोले छोड देना चाहिये. वे कोई नुकसान नहीं पहुंचा पायेंगे. पार्टी की कमान तो तेजस्वी के हाथों में है ही औऱ पार्टी वही चला भी रहे हैं. लेकिन तेजस्वी को लग रहा है कि तेजप्रताप यादव अगर राजद को थोडा भी नुकसान पहुंचाते हैं तो नीतीश कुमार को बड़ी बढ़त मिल जा सकती है. इसके बावजूद तेजप्रताप यादव के खिलाफ कोई कार्रवाई होगी इसकी संभवना कम ही नजर आ रही है.