PATNA: तीन दिन पहले की बात है, बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने मधुबनी में राम मंदिर पर ऐसा बयान दिया था, जिस पर सियासी घमासान मच गया था. तेजस्वी ने अपने समर्थकों से कहा था कि अगर भूख लगेगी तो मंदिर में जाएंगे क्या? वहां तो ऊपर से दक्षिणा मांग लेगा. अगर इलाज करना हो तो अस्पताल जाएंगे या मंदिर के पंडित जी के पास? अब तेजस्वी का आज का बयान देखिये-छोड़िये ना ये सब. मुझ राम मंदिर मामले पर कुछ नहीं बोलना है. तीन दिनों में तेजस्वी ने यू-टर्न मार लिया.
पटना में आज तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री सचिवालय के नेक संवाद में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने गये थे. वहां मीडिया ने उनसे पूछा-राम मंदिर पर आपके बयान पर सियासी घमासान मचा है. तेजस्वी बोले-छोड़िये ना ये सब. मुझे इस पर कुछ नहीं बोलना है.
तेजस्वी यादव आज राम मंदिर के बजाय सुशील मोदी पर बरसने लगे. उन्होंने कहा- सुशील मोदीको पहले अपने बारे में बताना चाहिए कि उनका फ्यूचर क्या होने वाला है. इसके बाद दूसरे के बारे में बोलना चाहिए. हम लोग काम में लगे हए हैं और उन लोगों को प्रदेश के विकास से कोई लेना देना नहीं है. टीवी पर आने के लिए लोग कुछ-कुछ बोलते रहते हैं. सुशील मोदी जी को पहले अपना फ्यूचर देखना चाहिए।
तेजस्वी यादव ने कहा कि हम बिहार के विकास की चिंता करते हैं. युवाओं को रोजगार देने के लिए काम करते हैं. आज ही देखिए कितना बड़ा काम हुआ है. जो खिलाड़ी मेडल जीत कर आए उन्हें सरकारी नौकरी दी गई और उनका नियुक्ति पत्र बांट दिया गया. हम लोगों ने जो रोजगार को लेकर वादा किया था उसे पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं. लेकिन बीजेपी के लोगों को बिहार की कोई चिंता नहीं है. उन्हें मंदिर मस्जिद में पड़े रहना है. मैं इसकी चिंता नहीं करता.
बता दें कि तीन दिनों पहले मधुबनी के झंझारपुर में तेजस्वी ने राम मंदिर और भगवान राम को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि अगर आपको भूख लगेगी तो मंदिर में जाएंगे क्या? वहां तो ऊपर से दक्षिणा मांग लेगा. अगर इलाज करना हो तो अस्पताल जाएंगे या मंदिर के पंडित जी के पास. तेजस्वी यादव के बयान से सियासी घंमासान छिड़ गयी थी. बीजेपी नेता सुशील मोदी ने तेजस्वी को चुनौती देते हुए कहा था कि अगर उनमें हिम्मत है तो वे बिहार के सारे मंदिर-मस्जिद को तुड़वा कर अस्पताल बनाने का एलान करें. सुशील मोदी ने कहा था कि लालू परिवार और राजद साजिश के तहत हिन्दूओं के खिलाफ आपत्तिजनक बयानबाजी कर रहा है ताकि एक धर्म विशेष को खुश किया जा सके. उधर, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा था कि तेजस्वी यादव राम मंदिर पर विवाद खड़ा करना चाहते हैं अगर ऐसा नहीं है तो पटना के हज भवन में अस्पताल बनवा दें.