PATNA: बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव इन दिनों बदले-बदले से नजर आ रहे हैं. अपने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए उनकी आस्था और श्रद्धा अचानक से काफी ज्यादा बढ़ गयी है. सियासी गलियारे में ये चर्चा का विषय बना हुआ है. तेजस्वी यादव तकरीबन 8 महीने से नीतीश कुमार के साथ डिप्टी सीएम के तौर पर काम कर रहे हैं. इससे पहले भी वे नीतीश कुमार के साथ लगभग दो साल तक उप मुख्यमंत्री रह चुके हैं लेकिन जैसा अब कर रहे हैं वैसा पहले कभी नहीं किया।
आधे घंटे के भाषण में 21 दफे ‘माननीय मुख्यमंत्री’
मंगलवार को बिहार विधानसभा में तेजस्वी यादव को स्वास्थ्य विभाग के बजट पर बोलना था. लगभग आधे घंटे तक तेजस्वी यादव ने अपनी बात रखी. इस दौरान उन्होंने कम से कम 21 दफे “माननीय मुख्यमंत्री” का जिक्र किया. तेजस्वी यादव बताते रहे कि कैसे माननीय मुख्यमंत्री ने उन्हें काम करने का मौका दिया है. कैसे वे माननीय मुख्यमंत्री के विश्वास पर खरा उतरने की कोशिश कर रहे हैं. कैसे माननीय मुख्यमंत्री जी उन्हें गाइड कर रहे हैं. कैसे माननीय मुख्यमंत्री जी स्वास्थ्य विभाग को चमका रहे हैं. तेजस्वी यादव बार-बार माननीय मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते रहे।
इससे पहले सोमवार को तेजस्वी यादव ने विधानसभा में ये एलान कर दिया था कि उन्हें बिहार का मुख्यमंत्री नहीं बनना है. वे माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में काम कर के ही खुश हैं. तेजस्वी यादव ने ये भी कहा था कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में काम करना उनका सौभाग्य है।
CBI, ED के फेरे के बाद बदलाव
तेजस्वी यादव लगभग आठ महीने से नीतीश कुमार के साथ दूसरी पारी खेल रहे हैं. इस दौरान सैकड़ों स्थान पर उन्होंने नीतीश कुमार की मौजूदगी में भाषण दिया है. लेकिन किसी भाषण में नीतीश कुमार का इतना गुणगान नहीं किया. लिहाजा अब आया चेंज लोगों के मन में सवाल खड़ा कर रहा है. सवाल इसलिए भी उठ रहा है क्योंकि ये सिलसिला तब से ही शुरू हुआ है जब से तेजस्वी यादव एक बार फिर सीबीआई और ईडी के फेरे में पडे हैं. खास कर 12 मार्च को हुई ईडी की रेड के बाद तो तेजस्वी यादव का पूरा बॉडी लैंग्वेज ही बदल गया है।
ये सब तब हो रहा है जब नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव समेत लालू प्रसाद यादव के परिवार के दूसरे लोगों के घर पर हुई रेड पर खुलकर कुछ नहीं कहा है. नीतीश एक दफे सिर्फ एक लाइन बोले कि रेड तब-तब होता है जब-जब हमलोग साथ आते हैं. लेकिन उन्होंने छापेमारी को लेकर केंद्र सरकार या सीबीआई-ईडी जैसी एजेंसियों के बारे में कुछ नहीं कहा. नीतीश ने कहा था कि रेड को लेकर जवाब तो वे लोग देंगे जिनके घर छापेमारी हुई है. नीतीश की इस बेरूखी के बावजूद तेजस्वी यादव की भक्ति लोगों के लिए हैरानी का विषय बना हुआ है।