PATNA : इस वक्त एक बड़ी खबर पटना से सामने आ रही है, जहां लालू यादव के छोटे बेटे और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के खिलाफ पटना में एफआईआर दर्ज कराया गया है. तेजस्वी के अलावा इनकी पार्टी के कई विधायकों और कांग्रेस नेता मदन मोहन झा समेत कुल 18 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.
किसान बिल के खिलाफ बिना अनुमति गांधी मैदान के अंदर घुसकर भीड़ को संबोधित करने और कोविड नियम तोड़ने के आरोप में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेता मदन मोहन झा समेत 18 प्रमुख नेताओं के ऊपर केस किया गया है. मजिस्ट्रेट और श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी राजीव दत्त वर्मा की ओर से यह एक्शन लिया गया है.
मजिस्ट्रेट राजीव दत्त वर्मा द्वारा किये गए एफआईआर में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, विधायक आलोक मेहता, रामानंद यादव, पूर्व मंत्री श्याम रजक, रमई राम, पूर्व विधायक शक्ति सिंह, मृत्युंजय तिवारी, अनिल कुमार, रामबली यादव, सुबोध कुमार यादव, उमिर्ला ठाकुर, अनिता देवी, कांग्रेस नेता मदन मोहन झा, अनिल शर्मा, केडी यादव, चंदेश्वर सिंह, रामनरेश पांडेय के नाम शामिल हैं. बताया जा रहा है कि IPC की धारा 188, 145, 269, 279 और 3 एपेडेमिक डिजीज एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है.
दरअसल शनिवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने केंद्र के नए कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताते हुए आंदोलन का ऐलान किया था. लेकिन प्रशासन की ओर से इसकी अनुमति नहीं मिली, जिसके बाद आरजेडी कार्यकर्ता गेट पर ही धरने पर बैठ गए. गांधी मैदान के बाहर गेट नंबर चार पर धरने पर बैठे तेजस्वी और महागठबंधन के अन्य नेताओं के खिलाफ यह एक्शन लिया गया.
तेजस्वी यादव ने आरोप जड़ा कि केंद्र के किसान और मजदूर विरोधी फैसलों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सहभागी हैं. केंद्र सरकार आज जो बातचीत कर रही है, वह कानून बनाने से पहले होनी चाहिए थी. उन्होंने राज्य के सभी किसानों और संगठनों से बिल के खिलाफ सड़कों पर उतरने की अपील की.