PATNA : बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी के भाई को सरकारी कार्यक्रम में वीआईपी ट्रीटमेंट दिए जाने के मामले पर सियासत गरमाई हुई है. इस मामले पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि क्या मुख्यमंत्री बिजी रहेंगे तो अपनी जगह सदन में अपने बेटे को भेज देंगे. यह कितना अजीब होगा. रही बात मुकेश सहनी के भाई की तो उन्हें तो इस बात की भी जानकारी नहीं कि वह किस कार्यक्रम में किस उद्देश्य से जा रहे हैं. सहनी को सीखा के भेजना चाहिए था.
तेजस्वी ने कहा कि मुकेश सहनी को ज्ञान नहीं है. जो विधायिका नहीं जानता, वो सरकार की पॉलिसी क्या जानेगा? इसे बिहार के लोगों को घाटा है. मुख्यमंत्री को भी अपने मंत्रियों को देखना चाहिए. जिस तरीके से सरकार चल रही है. उससे सबसे ज्यादा नुकसान बिहार के लोगों की हो रही है. तेजस्वी ने आगे कहा कि मुकेश सहनी भाई को भेजे जरूर लेकिन उसे ये बता कर भी नहीं भेजे कि किस योजना के कार्यक्रम में वह हिस्सा लेने जा रहे हैं.
तेजस्वी ने कहा कि कल को अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहीं क्षेत्र में बिजी रहेंगे और अपने बेटे को विधानसभा में भेजेंगे. तो क्या ये अच्छा लगेगा. तब तो कल से कोई भी विधायक बेटे या भाई को विधानसभा में भेज देंगे और खुद क्षेत्र में बिजी रहेंगे. आपको बता दें कि कोई भी विधायक पीए या सेक्रेटरी भी अपने किसी परिवार के सदस्य को नहीं रख सकता.
तेजस्वी ने कहा कि क्या मुकेश सहनी को पिछड़ा समाज का कोई कार्यकर्ता नहीं मिला. जिसने जमीन पर कुछ काम नहीं किया. जो जमीनी हकीकत नहीं जनता. जिसने कभी चुनाव नहीं जीता, उसे सीएम नीतीश ने मंत्री बना दिया. इसमें मंत्री मुकेश सहनी की नहीं बल्कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गलती है, जिन्होंने मुकेश सहनी जैसे लोगों को मंत्री बना दिया.
गौरतलब हो कि हाजीपुर में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की योजना का उद्घाटन विभागीय मंत्री मुकेश सहनी के बदले उनके भाई ने कर दिया. इस दौरान उन्हें सरकारी प्रोटोकॉल भी मिला. इस मामले को लेकर बिहार विधानमंडल के बजट सत्र के दोनों सदनों में भारी हंगामा हुआ. हंगामे के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हस्तक्षेप करना पड़ा और सीएम ने इसे गंभीरता से लेते हुएविपक्ष को कार्रवाई का भरोसा भी दिया.
आपको बता दें कि हाजीपुर में दो दिन पहले यह कार्यक्रम आयोजित हुआ था. विभाग की ओर से चयनित 23 अभ्यर्थियों को अनुदान पर फोर व्हीलर, थ्री व्हीलर और आइस बॉक्स देना था. मंत्री मुकेश सहनी को मुख्य अतिथि बनाया गया था. विधानसभा के बजट सत्र में व्यस्त होने के चलते मंत्री खुद नहीं गए और उन्होंने प्रतिनिधि के तौर पर अपने भाई संतोष सहनी को भेज दिया. सरकारी गाड़ी से पहुंचे संतोष सहनी ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया. प्रतिभागियों के बीच पुरस्कार भी बांटे. अधिकारियों ने मंत्री के भाई को भी वही प्रोटोकॉल दिया, जो एक कैबिनेट मंत्री को दिया जाता है.