PATNA: बिहार के सासाराम और नालंदा में रामनवमी के मौके पर भड़की हिंसा पर बिहार विधानसभा सोमवार दिन भर गर्म रहा. भाजपा विधायक दंगे और हिंसा के लिए सरकार को जिम्मेवार करार दे रहे थे. वहीं, सत्ता पक्ष इसे बीजेपी की साजिश करार दे रहा था. बिहार विधानसभा में बीजेपी ने कहा-ताजिया पर फूल और रामनवमी जुलूस पर पत्थर, ये नहीं चलने वाला है. वैसे राज्य सरकार बिहारशरीफ और सासाराम की घटना पर सदन के अंदर आधिकारिक वक्तव्य देना चाहती थी लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने इसकी इजाजत नहीं दी।
बिहार विधानसभा में सोमवार को दिन भर बिहारशरीफ से लेकर सासाराम में हुई हिंसा पर हंगामा होता रहा. सदन की कार्यवाही इसकी ही भेंट चढ़ गयी. दूसरी पाली में जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो सरकार ने अपने विधेयक पास कराना शुरू किया. इसी दौरान बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने दंगों का मामला उठाया. संजय सरावगी ने कहा कि जिस तरह से बिहारशरीफ में रामनवमी के जुलूस पर पथराव हुआ है उससे यही लगता है कि रोम जल रहा था और नीरो बांसुरी बजा रहा था।
दंगाइयों को प्रशासन का प्रश्रय
संजय सरावगी ने कहा कि प्रशासन दंगाइयों को प्रश्रय दे रहा है. मीडिया में खबरें चल रही हैं कि हिन्दू परिवार वहां से पलायन कर रहे हैं. ताजिया पर फूल और रामनवमी के जुलूस पर पत्थर ये नहीं चलेगा. इस पर सरकार को जवाब देना होगा. ये नहीं चलेगा. संजय सरावगी के बोलने के साथ ही सदन शोर शराबे में डूब गया।
सरकार को वक्तव्य की इजाजत नहीं
सदन में हंगामे के दौरान ही संसदीय कार्यमंत्री विजय चौधरी बोलने के लिए उठे. उन्होंने कहा कि बीजेपी के विधायकों ने सासाराम औऱ बिहारशरीफ का मामला उठाया है. अगर विधानसभा अध्यक्ष अनुमति दें तो सरकार आज ही इस मामले पर वक्तव्य देने को तैयार है. लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने इसकी अनुमति नहीं दी. लिहाजा शोर शराबे के बीच सरकार ने अपना विधेयक पास करा लिया औऱ सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी।