सवालों का जवाब नहीं मिलने से नाराज हुए नेता प्रतिपक्ष, बोले.. . इस तरह सदन चलाने से क्या फायदा

सवालों का जवाब नहीं मिलने से नाराज हुए नेता प्रतिपक्ष, बोले.. .  इस तरह सदन चलाने से क्या फायदा

PATNA : बिहार विधानसभा का बजट सत्र अपने ही शुरुआती दिनों से ही काफी हंगामेदार रहा है।  ऐसे में आज सदन के अंदर 19वें दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही एक बार फिर से बिहार के विपक्ष में बैठी पार्टी भाजपा के तरफ से  मंत्री इसराइल मंसूरी का मामला उठाया गया। सदन के अंदर बिहार के नेता विपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि, अब सदन का सत्र ख़त्म होने में महज 4 दिन बचे हैं। इसके बाबजूद सरकार अपने मंत्री इसराइल मंसूरी के मामले सहित किसी मुद्दे पर  ठीक ढंग से जबाब नहीं नहीं दिया जाता है।  ऐसे में इस तरह से सदन चलाने का क्या फायदा।


विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि, इसराइल मंसूरी और उनके सहयोगियों से पीड़ित के परिजन डरे हुए हैं। इसलिए  जांच होने तक मंत्री से इस्तीफा ले लिया जाए।  मुख्यमंत्री ने भी यह कहा था कि इस मामले की जांच करवाएंगे।  उनकी जानकारी में भी यह मामला है, लेकिन इसके बाद भी इसको लेकर सरकार कोई एक्शन नहीं ले रही है।  जब इको लेकर सवाल किया जाता है तो कोई भी सकारात्मक जवाब नहीं आता है।  अगर ऐसा ही करना है तो फिर सदन चलाने से क्या फायदा। सदन तो सरकार से सवाल जवाब के लिए ही होता है न। अब बस चार दिन बचे हैं और अभी भी ये सरकार के लोग जवाब देना नहीं चाह रहे हैं। 


विजय सिन्हा ने बताया कि कांटी में हुई हत्या के तार इसराइल मंसूरी से जुड़े हुए हैं। मंत्री के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इसका कारण यह है कि, मुजफ्फरपुर रेंज के आईजी और डीआईजी के साथ पुलिस पदाधिकारी पूरे दवाब में हैं। इस मामले की गंभीरता को समझते हुए सरकार मंसूरी पर कार्रवाई करे। यह सरकार तो कहती है कि, हम ना तो किसी को बचाते हैं और ना ही किसी को फंसाते हैं। उसके बाद भी हत्या के आरोपित मंत्री सरेआम कैसे खुलेआम घूम रहे हैं। 


आपको बता दें कि, मुजफ्फरपुर में 9 फरवरी को कांटी थर्मल पावर के समीप धरना दे रहे एक युवक की हत्या हो जाती है। उसके बाद इस हत्या का आरोप मंत्री इसराइल मंसूरी पर लगता है। इसमें इसराइल मंसूरी को आरोप होता है कि हत्या की साजिश उन्होंने ही रची। जिसे लेकर आज सदन में सवाल किया गया।