PATNA: बिहार भाजपा के नये अध्यक्ष सम्राट चौधरी के स्वागत में आज सूबे के तमाम भाजपाई दिग्गज मौजूद थे लेकिन सुशील मोदी नजर नहीं आये। इसे लेकर कई तरह की चर्चायें हो रही थी. लेकिन सुशील मोदी ने सफाई दी है कि वे क्यों गैरहाजिर थे। मोदी ने कहा-सम्राट के अध्यक्ष बनने के बाद पिछड़ों का वोट बीजेपी के पास आ गया है। नीतीश और महागठबंधन का खेल खत्म हो गया है।
क्यों नहीं आये सुशील मोदी
सुशील मोदी ने ट्विट कर ये बताया है कि वे सम्राट चौधरी के स्वागत के लिए सोमवार को पटना क्यों नहीं पहुंचे. मोदी ने कहा कि राज्य सभा में वित्त विधेयक पारित होना था. पार्टी का व्हिप था कि सभी सांसदों को राज्यसभा में अनिवार्य रूप से रहना है. इस कारण ही वे नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष के अभिनंदन कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाये. सुशील मोदी ने कहा कि रविवार की रात ही सम्राट चौधरी उनके दिल्ली आवास पर मिलने आये थे. उनसे बातचीत में भविष्य की रणनीति पर विस्तार से चर्चा हुई. सुशील मोदी ने कहा कि उन्हें सम्राट चौधरी की क्षमता पर पूरा भरोसा है. 2024 और 2025 के चुनावों में सम्राट चौधरी की अध्यक्षता में बीजेपी प्रचंड जीत हासिल करेगी।
अब पिछड़ा वोट बैंक हमारा, नीतीश हुए साफ
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जब राहुल गाँधी और उनके समर्थक दल मोदी सरनेम मुद्दे पर पिछड़े समाज के करोड़ों लोगों का अपमान कर रहे हैं, तब भाजपा ने सम्राट चौधरी को बिहार की कमान सौंप कर पिछड़ों के प्रति आदर और विश्वास प्रकट किया है. उन्होंने सम्राट चौधरी को बधाई देते हुए कहा कि उनके ऊर्जावान नेतृत्व में भाजपा 2024 के संसदीय चुनाव और 2025 के विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत प्रचंड बहुमत प्राप्त करेगी. पार्टी ने लोकसभा चुनाव से सिर्फ 10 महीने पहले सम्राट चौधरी को बड़ा दायित्व सौंपा है और भरोसा किया है कि वे कार्यकर्ताओं के सहयोग से पार्टी का जनाधार बढ़ाने में सफल होंगे।
सुशील मोदी ने कहा है कि 2022 में गोपालगंज और कुढनी के उपचुनाव में जदयू की हार ने उस लव-कुश वोट के भाजपा की ओर शिफ्ट होने की पुष्टि की, जिस पर नीतीश कुमार अपना एकाधिकार समझते थे. उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी के अध्यक्ष बनने से भाजपा के पक्ष में पिछड़े समाज के ध्रुव्रीकरण की प्रक्रिया तेज होगी. इससे संगठन में नये उत्साह का संचार अनुभव किया जा रहा है।