PATNA : बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से बीजेपी लगातार सरकार को घेरने की कोशिश में जुट गई है। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने भ्रष्टाचार को लेकर एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है। सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार कहते हैं कि वे भ्रष्टाचारियों को बचाते नहीं हैं लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपी तेजस्वी यादव को उन्होंने अपना डिप्टी सीएम बनाया है। नीतीश कुमार अपने बगल में करप्शन के मामले में चार्जशीटेड तेजस्वी को बैठाकर करप्शन के ख़िलाफ़ भाषण कर रहे हैं।उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचारियों से समझौता कर लिया है और उनके खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत उनमें नहीं है।
सुशील मोदी ने सीएम नीतीश कुमार से पूछा है कि पांच साल पहले उन्होंने भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद जिस लोगों के साथ गठबंधन तोड़ दिया क्या आज वे भ्रष्टाचार के आरोप से मुक्त हो गए हैं। तेजस्वी यादव IRCTC घोटाले में चार्जशीटेड हैं और बेल पर चल रहे हैं। इस मामले में कभी भी ट्रायल शुरू हो सकता है बावजूद इसके नीतीश कुमार कहते हैं कि वे भ्रष्टाचारियों को बचाते नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जमीन लेकर नौकरी देने के मामले में सीबीआई रेड कर रही है, क्या सीबीआई की छापेमारी गलत है। जिस हृद्यानंद चौधरी ने नौकरी के लिए अपनी जमीन लालू यादव को गिफ्ट के तौर पर दे दिया क्या उसपर कार्रवाई करना गलत है।
सुशील मोदी ने कहा कि बंगाल में पार्थ चटर्जी, झारखंड में हेमंत सोरेन, सत्येंद्र जैन, नवाब मलिक, अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद केंद्रीय एजेंसियां अपना काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अगर भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई गलत है तो क्या सीबीआई और ईडी को बंद कर दिया जाए। जिसके बाद देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। तेजस्वी यादव की 20 से अधिक बेनामी संपत्ति को ईडी जब्त कर चुकी है। ऐसे भ्रष्टाचारियों के साथ नीतीश कुमार सरकार में हैं और कहते हैं कि भ्रष्टाचारियों को बचाते नहीं हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचारियों के साथ समझौता कर लिया है और उनपर कार्रवाई करने की मुख्यमंत्री में हिम्मत नहीं है।