DELHI : NEET परीक्षा में गड़बड़ी के आरोपों का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर परीक्षा को रद्द करने के साथ ही एसआईटी गठित कर इसकी जांच कराने की मांग की गई है। रिजल्ट आने के बाद से ही यह परीक्षा विवादों के घेरे में है।
दरअसल, इस साल हुई NEET की परीक्षा में देशभर से 23 लाख से भी अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए थे। जिस दिन लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आए, उसी दिन NEET परीक्षा का रिजल्ट भी जारी किया गया था। विगत 4 जून को परीक्षा का रिजल्ट जारी होने के बाद इसे लेकर विवाद शुरू हो गया।
इस परीक्षा की मेरिट लिस्ट में कुल 67 अभ्यर्थियों ने पहला स्थान हासिल किया है। इन सभी 67 छात्र-छात्राओं को 720 में 720 अंक मिले हैं। ये सभी छात्र हरियाणा के झज्जर के एक ही सेंटर के हैं। नतीजे सामने आने के बाद से ही इसे लेकर देशभर में विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गया और विपक्ष ने भी इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेराबंदी शुरू कर दी।
सरकार की तरफ से किसी तरह का कोई एक्शन नहीं लिये जाने पर छात्रों ने अब सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। तेलंगाना के रहने वाले अब्दुल्ला मोहम्मद फैज ने परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट मे याचिका दाखिल की है। याचिका में परीक्षा को रद्द कर उसे फिर से आयोजित करने की मांग की गई है। साथ ही पूरे मामले की एसआईटी जांच और इसकी काउंसेलिंग रोकने की भी मांग शीर्ष अदालत से की गई है।