ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बिहार के अस्पताल में स्टाफ पर एसिड अटैक, बाल-बाल बची जान Bihar Election 2025 : 'मुस्लिम हमारे पूर्वजों की संतानें ...', दुसरे चरण की वोटिंग से पहले बढ़ जाएगी BJP की टेंशन, अब कैसे सिमांचल में मिलेगी बढ़त ? Bihar News: बिहार में फंदे से लटका मिला युवक का शव, भाई ने कहा "हत्या हुई है" Bihar Crime News: बिहार में दूसरे चरण की वोटिंग से पहले मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा, भारी मात्रा में हथियार बरामद Bihar Elections 2025: बिहार चुनाव से पहले BJP को मिली बड़ी सफलता, 122 में से 107 सीटों पर हुई जीत; बढ़ गई विपक्ष की टेंशन Bihar Crime News: बिहार में राजस्थान पुलिस की छापेमारी से हड़कंप, 50 लाख की चोरी से जुड़े मामले में एक्शन Bihar Chunav : 'नीतीश कुमार से अब भरोसा टूट चुका है ...', अब नहीं होंगे किसी भी हाल में स्वीकार; जानिए बिहार के बड़े नेता ने ऐसा क्यों कहा Railway News: बिहार के इन तीन रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को मिलेगी नई सुविधा; जानिए क्या है खास Bihar Election 2025 : दूसरे चरण में 122 सीटों पर मतदान, राजद की साख और एनडीए की परीक्षा; सबसे ज्यादा इस पार्टी के उम्मीदवार मैदान में Bihar Election 2025: महिलाओं और युवाओं की ‘दोहरी क्रांति’, रिकॉर्ड वोटिंग से बदला चुनावी समीकरण; कौन बनेगा 'X फैक्टर'

सिंहवाहिनी पंचायत से मुखिया फेम रितु जायसवाल के पति IAS अरुण कुमार जीते चुनाव

1st Bihar Published by: Updated Fri, 10 Dec 2021 04:11:53 PM IST

सिंहवाहिनी पंचायत से मुखिया फेम रितु जायसवाल के पति IAS अरुण कुमार जीते चुनाव

- फ़ोटो

DESK : सीतामढ़ी जिले की सिंहवाहिनी पंचायत की पूर्व मुखिया रितु जायसवाल के पति रिटायर्ड आईएएस अरुण कुमार चुनाव जीत गए हैं. अरुण कुमार 27 सौ से भी अधिक वोट मिले हैं. अरुण कुमार को 505 मत मिले हैं. जीत के बाद अरुण कुमार ने कहा कि यह जीत उनके पंचायत की जनता को समर्पित है. उनकी पत्नी द्वारा किये जा रहे विकास कार्यों को वह आगे लेकर जाएंगे


बताते चलें कि सिंहवाहिनी पंचायत हॉट सीट माना जा रहा था. बीते दिनों सोनबरसा के प्रखंड विकास पदाधिकारी को छुट्टी पर भी इनकी शिकायत पर ही भेजा गया था. अरुण कुमार चर्चित मुखिया रितु जयसवाल के पति हैं.


पंचायत चुनाव के 10वें चरण की मतगणना शुक्रवार सुबह 8 बजे से शुरू हो गई. यह मतगणना शनिवार को भी जारी रहेगी.  817 पंचायतों में बुधवार को मतदान हुआ था. मतदान के लिए 7,257 मतदान केंद्र बनाए गए थे, जिनमें से 509 नक्सल प्रभावित थे.