PATNA : शरद यादव के साथ महागठबंधन दलों के नेता जीतन राम मांझी, उपेन्द्र कुशवाहा और मुकेश सहनी की बैठक के बाद बिहार के सियासी गलियारे में खलबली मची हुई है। शरद यादव आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव से मुलाकात करने वाले हैं। प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने इस पूरे मामले का बचाव करते हुए कहा कि सभी अपने-अपने तरीके से मिल कर चुनाव तैय़ारी कर रहे हैं सभी का मकसद चुनाव जीतना है।
मीडिया के सवालों पर कि शरद यादव पार्टी से अलग महागठबंधन के नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं इस सवाल के जवाब में आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि शरद यादव हमारे पार्टी के सम्मानित नेता हैं। सभी नेता अपने-अपने स्तर से चुनाव की तैयारी कर रहे हैं, वे भी अपने स्तर से चुनाव की तैयारी में जुटे हैं। वहीं लालू यादव से शरद यादव की मुलाकात के सवाल पर उन्होनें कहा कि वे कई बार पार्टी सुप्रीमो से मुलाकात करते रहे हैं। इसके दूसरे मायने निकालने की क्या जरुरत है।
शरद यादव के नेतृत्व में हुई बैठक के बाद मांझी के सुर भी तल्ख दिखे। उन्होनें एनडीए को हराने के लिए सभी दलों को एकजुट होने की बात जरूर कही। लेकिन वे जिस तरह झारखंड चुनाव में महागठबंधन की एकजुटता और दिल्ली चुनाव के बिखराव की चर्चा करते दिखे कहीं न कहीं उनके दिल की टीस सामने आयी है। वैसे भी मांझी और कुशवाहा मिल कर शरद यादव को महागठबंधन का सीएम फेस बनाने का मुद्दा उछाल चुके हैं। वहीं महागठबंधन के दूसरे दलों ने अब तक तेजस्वी को सीएम फेस बनाए जाने पर सहमति नहीं जताई है। कांग्रेस इस मामले पर कुछ भी खुल कर नहीं बोल रही है। उपेंद्र कुशवाहा ने भी चुप्पी साध रखी है। कुशवाहा और मांझी को सीएम कैंडिडेट के तौर पर तेजस्वी पसंद नहीं हैं। इन सब के बीच राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह कह चुके हैं कि हम महागठबंधन में सबसे बड़े दल हैं। अगर किसी को हमारे फैसले से ऐतराज है तो वह अपना रास्ता देख सकता है।