BHAGALPUR : बिहार और झारखंड समेत देश के लगभग सभी कंपनियां राज्य के सावन के महीने में महादेव की पूजा का विशेष महत्व है। ऐसे में 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक झारखंड के देवघर में भी स्थित है और यहां पूजा करने आने वाले कांवरियों की लंबी कतार लगी हुई है। ऐसे में अब इन कावड़ियों को लेकर पुलिस टीम को एक बड़ा सूचना प्राप्त हुआ है।
दरअसल, झारखंड के देवघर में चलने वाले श्रावणी मेले को लेकर आईबी का अलर्ट जारी किया गया है। जिसके बाद चप्पे-चप्पे की पहरा बढ़ा दी गई है। मेले में आईबी के अलर्ट के बाद आतंकी खतरे को ध्यान में रखते हुए 14 सेक्टर में 7 अस्थाई थाने और शेरनी दस्ते को भी तैनात किया गया है। इसके साथ ही साथ जगह-जगह पर 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।
बताया जा रहा है कि, श्रावणी मेले को लेकर बिहार में भी पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के कावड़ियों के वेश में आतंकियों के खतरे को लेकर अलर्ट मोड में रहने को कहा है। इंटेलिजेंस ब्यूरो के सूत्रों के अनुसार सावन में राज्य के कांवरिया पथों पर आतंकियों का खतरा होने के कारण सुरक्षा की दृष्टि से एतिहात बरतने की हिदायत राज्य पुलिस को दी गई है।
जिसके बाद सुल्तानगंज घाट से लेकर भागलपुर स्थित पुणे कांवरिया पथ पर करीब 1500 पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है। यह ना सिर्फ पुलिस पदाधिकारी और जवानों की प्रतिनियुक्ति की गई है बल्कि पैरामिलिट्री फोर्स भी सुरक्षा को चाक-चौबंद बनाने में अहम भूमिका निभा रही है। भागलपुर जिले के अश्वारोही दल की प्रतिनियुक्ति श्रावणी मेला तक कांवरिया पथ पर की गई है। इसके अलावा संदिग्धों और असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए 100 से ज्यादा सीसीटीवी भी लगाए गए हैं। इसके साथ ही सुल्तानगंज घाट पर एसडीआरएफ की टीम प्रतिनियुक्त है, जो सीओ की मॉनिटरिंग में सक्रिय है। इसके अलावा फ्लड कंट्रोल टीम की भी प्रतिनियुक्ति श्रावणी मेला के दौरान सुल्तानगंज में की गई है।