MUZAFFARPUR: बिहार में विधानसभा परिसर, सरकारी दफ्तरों से लेकर अस्पतालों तक में शराब या बोतल मिल ही रही थी अब श्मसान घाट में शराब मिल रही है. एक श्मसान घाट में कफन से ढक कर शराब की एक हजार से ज्यादा बोतल रखी गयी थीं. श्मसान घाट से ही किसी ने पुलिस को खबर कर दिया तो इस मामले का पर्दाफाश हुआ.
मुजफ्फरपुर में श्मसान में बोतल
ये वाकया मुजफ्फरपुर का है. वहां मनियारी थाना क्षेत्र के पकाही श्मशान घाट से पुलिस ने 72 कार्टन यानि 640 लीटर शराब बरामद किया है. शराब का मूल्य 10 लाख रूपये से ज्यादा है. श्मसान घाट से शराब की इस खेप को पुलिस ने बरामद तो कर लिया है लेकिन शराब किसने मंगवायी और कहां भेजा जाना था इसका पता फिलहाल नहीं चल पाया है.
मुजफ्फरपुर के डीएसपी वेस्ट अभिषेक आनंद ने मीडिया को बताया कि पुलिस के पास गुप्त सूचना आयी थी कि पकाही श्मसान घाट में शराब की बडी खेप आयी है. इसके बाद मनियारी पुलिस को छापेमारी करने को कहा गया. मनियारी थाने के थानेदार अजय पासवान की अगुआई में पुलिस ने श्मसान घाट में छापेमारी की. पहली नजर में कहीं शराब नजर नहीं आया. लेकिन जब कफन से ढक कर रखे गये एक ढेर से कपड़ा हटाया गया तो वहां भारी मात्रा में शराब मिल गयी. कफन के नीचे शराब देखकर पुलिस भी हैरान रह गयी.
नकली शराब होने की आशंका
पुलिस ने शराब तो बरामद कर लिया है लेकिन उसे किसने वहां लाया औऱ कहां भेजा जाना था इसकी जानकारी नहीं मिल पायी. स्थानीय लोग दबी जुबान से कह रहे हैं कि श्मसान से ये खेल काफी पहले से चल रहा था. शराब सप्लाई करने वाले दो गुटों के बीच प्रतिद्वंदिता में ही किसी ने पुलिस को खबर कर दिया तो मामले का खुलासा हुआ है. लेकिन धंधेबाज पकड़ा नहीं जा सका.
मनियारी थाना पुलिस कह रही है कि ये काम आसपास के ही शराब कारोबारियों का है. मनियारी के थानेदार ने कहा कि पहली नजर में ये नकली शराब लग रही है. शराब की बोतलों की पैकिंग और बनावट ऐसी है जो असली शराब की नहीं होती. इसकी जांच करायी जायेगी क्या ये नकली शराब है. अगर शराब नकली है तो फिर इसे कहां बनाया जा रहा है.
हम आपको बता दें कि बिहार में संभवतः ये पहला मामला है जब श्मशान घाट में शराब की इतनी बड़ी खेप बरामद हुई है. इससे पहले एंबुलेंस, दूध के बर्तन, स्कूल, पानी के टैंकर से शराब बरामद हो चुकी है. लेकिन श्मसान से शराब के कारोबार का कोई मामला पकड़ में नही आया था.