PATNA : जो कभी नष्ट न हो उसे अक्षय कहते हैं. अक्षय तृतीया के दिन ग्रहों का विशेष संयोग बनता है और सूर्य तथा चंद्रमा अपनी उच्च राशि में होते है. वैशाख शुक्ल तृतीया रविवार 26 अप्रैल को अक्षय तृतीया इस बार सिद्धि योग में मनेगी.
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन त्रेता युग का प्रारंभ और भगवान परशुराम का अवतार भी हुआ था. अक्षय तृतीया के दिन माता गौरी को प्रसन्न रखने के लिए व्रत भी रखा जाता है. इस बार यह तिथि के दिन की 11:21 बजे तक ही है. जानकारों के अनुसार तृतीय से युक्त चतुर्थी जिस दिन उपलब्ध हो उस दिन व्रत रखने का विधान बताया है. तो तृतीया व्रत रखने के लिए रविवार का दिन शुभ है.
वहीं इस दिन दान पुण्य का अपना खास महत्व है. लोग गंगा स्नान करने के बाद अपनी शक्ति के अनुसार दान करते हैं. लेकिन इस बार कोरोना महामारी के कारण घऱों में ही रहकर दान पुण्य करने की अपील की गई है. गंगा में स्नान करने के वजाय घर में गंगा जल डालकर स्नान करें. उतना ही फल मिलेगा. वहीं लॉकडाउन की वजह से इस वार बाजार से सोने की चमक गायब है.