PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी अभियान को सफल बनाने के लिए लगातार समीक्षा बैठक करते रहे हैं. नीतीश कुमार की नजर अब ऐसे शराब माफिया पर है जिन्होंने शराब बंदी कानून लागू होने के बाद अकूत संपत्ति बनाई. शराब के अवैध कारोबार में शामिल ऐसे धंधे वालों पर नकेल कसने के लिए राज्य सरकार ने कदम बढ़ाया और अब लगभग डेढ़ दर्जन धंधेबाजों की अवैध संपत्ति जप्त करने की कार्यवाई शुरू होने जा रही है.
शराब माफिया की संपत्ति पर अब आर्थिक अपराध इकाई के साथ-साथ ईडी की भी नजर है. बिहार सरकार की तरफ से आर्थिक अपराध इकाई ने शराब के अवैध कारोबार में शामिल डेढ़ दर्जन धंधेबाजों की अवैध संपत्ति जप्त करने के लिए सूची ईडी को भेज दी है. शराब के कारोबार में शामिल इन धंधे वाजों की 15 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जप्त करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है. राज्य सरकार ने इनकी अवैध संपत्ति का पता लगाकर जब्त करने की पहल की है. ईडी के स्तर पर अंतिम तौर पर इसकी छानबीन कर नकेल कसी जाएगी.
राज्य सरकार की पहल पर अब तक दो शराब तस्करों की अवैध संपत्ति की जब्ती भी कर चुका है. इन सभी के खिलाफ शराबबंदी कानून के तहत मामले भी दर्ज किए गए हैं. इनमें से कई जेल में है जबकि कई फरार चल रहे हैं. नीतीश कुमार शराब माफिया के बढ़ते कद को लेकर बेहद सख्त नजर आ रहे हैं और अब संपत्ति जब्ती की कार्रवाई के साथ इसमें तेजी लाई गई है.