सीट शेयरिंग पर I.N.D.I.A. गठबंधन में भारी घमासान: अब समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को जमकर कोसा, धोखेबाज बताया

सीट शेयरिंग पर I.N.D.I.A. गठबंधन में भारी घमासान: अब समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को जमकर कोसा, धोखेबाज बताया

PATNA: भाजपा औऱ नरेंद्र मोदी से मुकाबला के लिए बना I.N.D.I.A. गठबंधन टूट की कगार पर पहुंच गया है. इस गठबंधन में शामिल कई पार्टियां अब भाजपा के बजाय कांग्रेस को ही कोसने लगी है. पहले ममता बनर्जी ने कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग के लिए बैठक करने से ही इंकार कर दिया था. फिर जेडीयू ने कांग्रेस की सीटों की दावेदारी को बेतुका करार दिया. अब समाजवादी पार्टी ने भी कांग्रेस को जी भर के कोसा है.


समाजवादी पार्टी का फूटा गुस्सा

दरअसल, कांग्रेस ने दूसरी पार्टियों से बात करने के लिए अपने नेताओं की एक कमेटी बना रखी है. उस कमेटी के साथ शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के नेताओं की बैठक होनी थी. लेकिन बैठक नहीं हो पायी. इसके बाद समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस पर हमला बोला है. समाजवादी पार्टी के एक सोशल मीडिया अकाउंट से कांग्रेस पर खुला हमला बोला गया है. 


सपा ने लिखा है, “कांग्रेस पार्टी खुद बेईमानी और धोखेबाजी पर उतारू है. कांग्रेस की इन्हीं हरकतों की वजह से कांग्रेस ने खुद 3 राज्य भाजपा की झोली में डाल दिए. अब कांग्रेस लोकसभा में भी गठबंधन और सहयोगी दलों के साथ गंभीर नहीं है बल्कि गठबंधन को धोखा देकर जनता को धोखा दे रही है.  आज सपा का प्रतिनिधिमंडल सीट शेयरिंग वार्ता हेतु दिल्ली पहुंचा मगर कांग्रेस ने चालाकी/धोखेबाजी करते हुए बैठक को टाल दिया . सपा का एजेंडा भाजपा को हराने के लिए एकदम क्लियर है लेकिन कांग्रेस की धोखेबाजियां खत्म ही नहीं हो रहीं.”


अखिलेश यादव की पार्टी का ये तेवर बता रहा है कि देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में आगे क्या होने वाला है. वहां कांग्रेस और सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी सपा के बीच तालमेल की संभावनायें बेहद कम दिख रही है. जब देश के सबसे बड़े राज्य में ये हाल है तो पूरे देश में भाजपा से वन यू वन लड़ाई के दावे का क्या हश्र होगा, इसका आकलन करना मुश्किल नहीं है.


ममता ने बात करने से भी मना किया

इससे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीट शेयरिंग के लिए कांग्रेस से बात करने तक से मना कर दिया है. कांग्रेस ने ममता की पार्टी टीएमसी को बैठक के लिए बुलाया था लेकिन टीएमसी ने बैठक करने से इंकार कर दिया है. पश्चिम बंगाल में 42 लोकसभा सीटें है, जिसमें टीएमसी खुद 40 सीटों पर चुनाव लड़ना का एलान कर चुकी है. ममता कह चुकीं हैं कि वे कांग्रेस के लिए सिर्फ दो सीटें छोड़ेंगी. ये दोनों सीट ऐसी है, जहां से अभी कांग्रेस के सांसद हैं. लेकिन इस पर कांग्रेस राजी नहीं है.वह 7 से 8 सीटें चाहती है. ऐसे में दोनों पार्टियों में जमकर बयानबाजी हो रही है.


जेडीयू भी कांग्रेस को कोस रही

वहीं, बिहार में जेडीयू भी कांग्रेस को कोस रही है. जेडीयू के नेता केसी त्यागी ने कहा है कि कांग्रेस के कारण सीट शेयरिंग नहीं हो पा रही है. जेडीयू ने कहा है कि कांग्रेस की सीटों पर अस्वाभाविक है. आज जेडीयू नेता औऱ बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने भी कहा कि कांग्रेस को त्याग करना चाहिये. दरअसल कांग्रेस ने बिहार की 11 सीटों पर दावा ठोका है, लेकिन जेडीयू और राजद दोनों उसे 4 से 5 सीट तक समेटना चाह रहे हैं. ऐसे में बिहार में भी बखेड़ा खड़ा हो गया है.


मामला कांग्रेस औऱ आम आदमी पार्टी के बीच भी फंसा है. हालांकि दोनों पार्टियों के बीच बैठक हो रही है, लेकिन कांग्रेस की प्रदेश कमेटियां आम आदमी पार्टी से सीट शेयरिंग करने के सख्त खिलाफ है. जाहिर है ऐसी परिस्थितियों में I.N.D.I.A. गठबंधन में एकता बन पाना मुश्किल दिख रहा है.