सीट शेयरिंग में अब मांझी ने फंसा दिया पेंच? संतोष सुमन ने प्रधानमंत्री मोदी के पाले में डाली गेंद

सीट शेयरिंग में अब मांझी ने फंसा दिया पेंच? संतोष सुमन ने प्रधानमंत्री मोदी के पाले में डाली गेंद

PATNA: कैबिनेट विस्तार और एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर बिहार में सियासी गतिविधियां तेज हो गई है। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी आज अचानक जीतन राम मांझी के आवास पहुंचे और बंद कमरे में मांझी और उनके बेटे संतोष सुमन से मुलाकात की है। कयास लगाए जा रहे हैं कि लोकसभा चुनाव में हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा को एक सीट दी जा रही, जिसको लेकर मांझी नाराज हो गए हैं हालांकि संतोष सुमन ने कहा है कि कहीं कोई नाराजगी नहीं है हालांकि, उन्होंने गेंद प्रधानमंत्री मोदी के पाले में डाल दी है।


डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी से मुलाकात के बाद मंत्री संतोष सुमन ने कहा कि कोई किसी से मुलाकात करता है तो इसका मतलब ये नहीं होता है कि कहीं कोई नाराजगी है। सम्राट चौधरी एनडीए घटक दल के नेता हैं और उसी नाते वे जीतन राम मांझी से मिलने पहुंचे थे। हम लोगों के बीच कहीं कोई नाराजगी नहीं है। लोकसभा चुनाव में बिहार की सभी चालीस की चालीस सीट पर कैसे जीतें, इसी बात को लेकर चर्चा हुई है। जीतन राम मांझी का 40 वर्षों का राजनीतिक कैरियर रहा है, जरूरी नहीं है कि सीटों को लेकर बात करने आते हों। बीजेपी के बड़े नेता मिलने आते रहते हैं।


उन्होंने कहा कि हमलोग पूरी मजबूती के साथ और बिना किसी शर्त के साथ हैं। हमलोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सारी चीजों को छोड़ दिया है। इतनी विश्वास है कि हमरा सम्मान बरकरार रहेगा और सभी 40 सीटों पर मिलकर जीत दर्ज करेंगे। उन्होंने कहा कि धैर्य रखिए, किसको कितना सीट मिलेगा कल परसों तक सबकुछ स्पष्ट हो जाएगा लेकिन हमलोग नाराज नहीं हैं। वहीं गया लोकसभा सीट पर दावा ठोकने के सवाल पर संतोष सुमन ने कहा कि हमारी शुरुआत गया से हुई है और गया हमारी कर्मभूमि रही है ऐसे में कार्यकर्ता चाहते हैं कि हमलोग गया से लोकसभा का चुनाव लड़ें।


बता दें कि बिहार एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर पिछले कई दिनों से गहमागहमी चल रही है। चिराग पासवान के दबाव बनाने के बाद बीजेपी ने उन्हें पांच सीटें देने का वादा किया है जबकि चिराग के चाचा पशुपति कुमार पारस को लोकसभा की एक भी सीट नहीं दी गई है। एनडीए में शामिल कुशवाहा और जीतन राम मांझी को एक-एक सीट देने की चर्चा हो रही हैं। कहा जा रहा है कि एक सीट मिलने से कुशवाहा और मांझी नाराज हो गए हैं और एक से अधिक सीटों की मांग बीजेपी से कर दी है और सीट शेयरिंग में पेंच फंसा दिया है।