DESK: सावन के शुभ महीने की शिवरात्रि इस बार कल यानि 19 जुलाई को पड़ रही है. यूं तो हिन्दू पंचाग के अनुसार हर महीने कृष्ण पक्ष के 14वें दिन शिवरात्रि मनाया जाता है पर महाशिवरात्रि और सावन के महीने में पड़ने वाली शिवरात्रि को बेहद शुभ माना गया है. इस बार इस दिन आद्रा नक्षत्र भी पड़ रहा है जो एक शुभ सयोंग है.
सावन की शिवरात्रि का महत्व
सावन की शिवरात्रि के व्रत का बहुत अधिक महत्व होता है. इस दिन व्रत रखने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है. सावन शिवरात्रि का व्रत रखने से कुंवारी कन्याओं को मनचाहा वर प्राप्त होता है.
ऐसी मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि में व्रत, उपवास रखने और भगवान शिव की सच्चे मन से आराधना करने से सभी मनोमनाएं पूरी होती हैं.शिवरात्रि की विशेष पूजा मध्य रात्रि के समय किया जाता है. भगवान शिव की पूजा करने के बाद श्री हनुमान चालीसा का पाठ भी करें. ऐसा करने से सारी आर्थिक परेशानी दूर होती हैं.
इस दिन सफेद वस्तुओं का दान करना चाहिए.ऐसा करने से आपके घर में कभी भी धन की कमी नहीं होगी. साथ ही यदि आपके ऊपर कोई कर्ज है तो इस दिन की गई शिव पार्वती की पूजा आपको हर तरह के कर्जों से मुक्ति दिलाती है.
शिवरात्रि में जल चढ़ाने का शुभ मुहूर्त
शिवरात्रि के दिन जल चढ़ाने का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 40 मिनट से शुरू हो जाएगा जो सुबह 8 बजकर 25 मिनट तक रहेगा. चल चढ़ाते समय शिव के मंत्रों का जाप करते जाएं. पूजा की तैयारी एक दिन पहले रात में ही कर लें. आप चाहें तो शाम के वक़्त भी जल चढ़ा सकते हैं. शाम को 7.30 बजे से लेकर रात में 9.30 तक शिवजी पर जल चढ़ाया जा सकता है. इससे आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी होंगी.
अभी महामारी का दौर चल रहा है इस लिए सभी धार्मिक स्थल बंद है ऐसे में आप घर के आंगन या बालकनी में मिट्टी का शिवलिंग बनाएं और तांबे के लोटे में दूध, जल, बेलपत्र, सफेद फूल, बताशे, सुगंध और धतूरा डालकर शिवलिंग पर चढाएं.