BIHAR: राम के बाद अब सीता की बारी: 8 अगस्त को सीता जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का शिलान्यास करेंगे अमित शाह बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़, सॉल्वर-ऑपरेटर समेत तीन गिरफ्तार Patna News: पटना में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ रेटिना कॉन्क्लेव, आंखों की बीमारियों पर हुई व्यापक चर्चा Patna News: पटना में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ रेटिना कॉन्क्लेव, आंखों की बीमारियों पर हुई व्यापक चर्चा Bihar News: बिहार के 6 छोटे एयरपोर्ट को मिलेगा नया जीवन, उड़ान योजना के तहत केंद्र सरकार ने बनाया बड़ा प्लान Bihar News: बिहार के 6 छोटे एयरपोर्ट को मिलेगा नया जीवन, उड़ान योजना के तहत केंद्र सरकार ने बनाया बड़ा प्लान Patna News: पटना में अजब प्रेम की गजब कहानी, गर्लफ्रेंड से मिलने पहुंचे BPSC शिक्षक की लोगों ने मंदिर में कराई शादी Patna News: पटना में अजब प्रेम की गजब कहानी, गर्लफ्रेंड से मिलने पहुंचे BPSC शिक्षक की लोगों ने मंदिर में कराई शादी Bihar Politics: VIP नेता संजीव मिश्रा ने दीनबंधी में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, लोगों से लिया फीडबैक Bihar Politics: VIP नेता संजीव मिश्रा ने दीनबंधी में चलाया सघन जनसंपर्क अभियान, लोगों से लिया फीडबैक
1st Bihar Published by: Tahsin Ali Updated Sun, 05 Dec 2021 07:34:53 PM IST
- फ़ोटो
PURNEA: सऊदी अरब में 8 अक्टूबर को सड़क हादसे में एक युवक की मौत हुई थी। घटना के 58 दिनों बाद आज पार्थिव शरीर घर पहुंचा। जिसे देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। पूरे गांव में मातम का माहौल बना हुआ है।
बताया जाता है कि अमौर प्रखंड क्षेत्र के रंगरैय्या लालटोली पंचायत के लालटोली गांव के रहने वाले शौकत का शव 58 दिनों के बाद उनके पैतृक आवास पहुंचा। पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा। वही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। उनके आंखों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहा था।
बता दें कि 8 अक्टूबर को सऊदी अरब के ताइफ़ शहर में सड़क दुर्घटना में शौकत आलम की मौत हो गयी थी। प्रखंड अंतर्गत रंगरैय्या लालटोली पंचायत के बड़ा लालटोली के अमालुद्दीन के पुत्र शौकत सऊदी अरब में पेट्रोल पंप पर काम करते थे। पेट्रोल पंप पर जाने के दौरान अज्ञात वाहन की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई थी।
विधायक अख्तरुल ईमान एवं जिला परिषद प्रतिनिधि अफरोज आलम की पहल पर सऊदी अरब से शव को उनके गांव लाल टोली लाया गया। शव के गांव में पहुंचते ही पूरा माहौल गमगीन हो गया। लोगों की भीड़ इतनी थी कि अंतिम दर्शन के लिए भारी संख्या में लोग घर की छतों पर भी चढ़ गये और उन्हें अंतिम विदाई दी।