संजय जायसवाल का बड़ा बयान, नीतीश को बताया लालू का रबड़ स्टाम्प

संजय जायसवाल का बड़ा बयान, नीतीश को बताया लालू का रबड़ स्टाम्प

SAMASTIPUR: BJP के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने नीतीश कुमार को लालू यादव का रबड़ स्टाम्प करार दिया है। कहा कि नीतीश कुमार रबड़ स्टाम्प मुख्यमंत्री है। लालू जी का जो आदेश मिलता है वहीं काम वो करते हैं। रबर स्टाम्प का भी यही काम होता है कि जिसके हाथ में रबर स्टाम्प होता है और वो जो आदेश देता है वहीं काम रबर स्टाम्प करता है। नीतीश कुमार ठीक उसी तरह से बिहार के मुख्यमंत्री रहते काम कर रहे हैं।


गौरतलब है कि समस्तीपुर के खानपुर सिरोंपट्टी गांव में बीते 24 अगस्त को हुए स्वर्ण व्यवसायी सह बीजेपी नेता रघुनाथ स्वर्णकार की हत्या को लेकर बीजेपी नेताओं का दौरा लगातार जारी है। इसी क्रम में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल आज समस्तीपुर पहुंचे थे। जहां उन्होंने मृतक बीजेपी नेता के परिजनों से मुलाकात की उन्हें ढांढस बढाया और हर संभव मदद की बात कही। 


इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल समस्तीपुर सर्किट हाउस पहुंचे जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर महागठबंधन सरकार पर जमकर निशाना साधा। संजय जायसवाल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के रबर स्टैंप के रूप में काम कर रहे हैं। उन्हें जो आदेश मिलता है वह उसके अनुरूप कार्य कर रहे हैं। संजय जायसवाल ने कहा कि राजद के नेता नीतीश कुमार को चने के झाड़ पर चढ़ा कर लाल किले के गुंबद पर झंडा फहरवा रहे हैं। 


लेकिन सच यह है और राजद के नेता भी इस बात को जान रहे हैं की चने के झाड़ पर चढ़ा कर इनसे झंडा फहरवाते रहो और खुद को सभी घोटाले से बचाते रहो। वही तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर के बिहार दौरे को लेकर पूछे सवाल पर कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लाल किले के गुंबद पर झंडा फहराने का इतना शौक है और उनके सामने केसीआर उम्मीद कर रहे थे कि नीतीश कुमार उनके सामने बैठ जाएंगे। 


जबकि नीतीश कुमार खड़े होने के लिए ही महागठबंधन के साथ गए हैं। केसीआर और उनका पूरा परिवार फंसा हुआ है। यहां भी लोग फंसे हुए हैं और उनको बचाने का काम मुख्यमंत्री कर रहे हैं। केसीआर के बिहार आने का उद्देश्य था कि नीतीश कुमार उन्हें प्रधानमंत्री के रूप में स्वीकारेंगे और नीतीश कुमार इस उम्मीद में थे कि केसीआर उनके प्रधानमंत्री के रूप में घोषणा करेंगे। यह जो 24 प्रधानमंत्री मिलकर आपस में रिसर्च कर रहे हैं। अब जो घटना कल घटी है इससे तो अब बिहार में किसी प्रधानमंत्री का स्वागत नहीं होगा।