KHAGARIYA : बिहार के खगड़िया से एक दिल दहलाने वाली खबर निकल कर सामने आ रही है। इसी कड़ी में अब एक ताजा मामला बेलदौर सीएचसी से निकलकर सामने आया है। जिसमें बंध्याकरण के बाद महिलाएं फर्श पर लिटा दी गईंं। जबकि इससे संक्रमण फैलने का खतरा बना रहता है। परिवार नियोजन के तहत 21 महिलाओं का बंध्याकरण किया गया। लेकिन ऑपरेशन के बाद इनमें से कुछ को बेड या गद्दा तक उपलब्ध नहीं हो सका।
दरअसल, परिवार नियोजन के तहत बेलदौर सीएचसी में बंध्याकरण शिविर लगाया गया। इस दौरान बड़ी लापरवाही सामने आई है। बंध्याकरण के बाद महिलाओं को बेड के बदले इस ठंड में फर्श पर लिटा दिया गया। इससे संक्रमण फैलने की आशंका है। बेलदौर सीएचसी में शिविर लगाकर 21 महिलाओं का बंध्याकरण किया गया। लेकिन इनमें तीन महिलाओं को ही बेड उपलब्ध हो सका। 10 को फर्श पर ही गद्दा उपलब्ध कराई गई।
वहीं, आठ को गद्दा भी नसीब नहीं हो पाया। सभी को यत्र- यत्र वेटिंग एरिया में फर्श पर लिटा दिया गया है। जिससे सुरक्षित बंध्याकरण पर सवाल खड़ा हो गया है। जानकारी के मुताबिक, बेलदौर सीएचसी के भवन निर्माण को लेकर पुराने बिल्डिंग को तोड़ा गया है। नए भवन का निर्माण कार्य जारी है। बोबिल-फुलबड़िया की अंजली देवी, नेहा देवी और नीतू कुमारी का भी बंध्याकरण किया गया। इन तीनों के स्वजनों ने बताया कि सीएचसी की ओर से बेड की बात तो दूर गद्दा तक उपलब्ध नहीं कराया गया है। ठंड में फर्श पर लिटा दिया गया है। अगर इन्हें कुछ होता है, तो इसकी जिम्मेवारी कौन लेगा।
इधर सीएचसी प्रभारी डा. मुकेश कुमार ने कहा कि 21 महिलाओं का सफल बंध्याकरण किया गया है। भवन नहीं रहने के कारण पर्याप्त बेड नहीं लगाया जा सकता है। सीएचसी के स्वास्थ्य प्रबंधक अमर पासवान ने कहा कि फर्श पर गद्दा उपलब्ध कराया गया है। इससे पहले भी बीते वर्ष परबत्ता सीएचसी में बंध्याकरण के बाद महिलाओं को फर्श पर लिटा दिया गया था। जिसको लेकर हंगामा मचा था। संबंधित एनजीओ और तत्कालीन सीएचसी प्रभारी पर कार्रवाई हुई थी।