BJP विधायक के सवालों में फंसे शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर, बोले.. पैसा नहीं इसलिए नहीं सुधर रही शिक्षा व्यवस्था

BJP विधायक के सवालों में फंसे शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर, बोले.. पैसा नहीं इसलिए नहीं सुधर रही शिक्षा व्यवस्था

PATNA : बिहार विधानमंडल बजट सत्र का आज 19 वां बैठक है. इस दौरान सदन में प्रशनकाल के दौरान बिहार के सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था को लेकर भाजपा के तरफ से सवाल उठाया गया. भाजपा के विधायक नंद किशोर यादव ने कहा कि, राज्य के अंदर सरकारी स्कूलों में शौचालय की भारी कमी है महज 50% स्कूलों में ही शौचालय हैं ओर वो भी महज दिखवा ले लिए हैं. इसको लेकर सरकार को ध्यान देना चाहिए .


जिसके बाद इसके जबाब देते हुए  शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा क, इसको लेकर विभाग से तरफ से पत्र भेजा गया है. जल्द ही इस विषय पर सरकार ध्यान देगी.उसके बाद वापस से नंद किशोर यादव पूरक के लिए खड़े हो गए और कहा कि पत्र तो काफी पहले भी लिखा गया है बाबजूद इसके कोई समाधान नहीं निकला .सरकार को यह बताना चाहिए कि, अबतक  कितने विद्यालय में प्रशासन एवं पदाधिकारियों पर कार्यवाई करने का विचार किया गया है .


 इसके बाद शिक्षा मंत्री विदक गए और अपने जवाब में कहा कि, हमारे पास पैसा नहीं है आप लोग की सरकार केंद्र में हैं उनसे कह दिगिए थोडा बिहार का बजट बढ़ा देंगे तो हमारे पास भी पैसा आ जाएगा फिर सब काम हो जाएगा.हमलोग के पास जितना है उतना में अभी काम करवा रहे हैं .


मंत्री के गोलमोल जवाब पर पूर्व मंत्री बीजेपी विधायक नंदकिशोर यादव को बरगलाने की कोशिश करने लगे.उसके बाद भाजपा विधायक ने कहा कि महोदय सवाल मे साफ लिखा हैं लेकिन जवाब उस दिशा मे नहीं हैं. उसके बाद खुद को बुरी तरह फंसा देख शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह अलग से सवाल आएगा, तो जवाब दिया जाएगा. जिस पर नंदकिशोर यादव ने कहा की सवाल के अंतिम लाइन में यही  लिखा हैं. 


इधर, सरकार के तरफ से जवाब में शिक्षा मंत्री को उलझते देख स्पीकर ने यह बोल मामले को शांत करवाया कि, आप अगला सवाल किगिए जिसके बाद जाकर यह पूरा मामला शांत हो गया .बीजेपी विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने सदन में उठाया सवाल. बिहार के कई विश्वविद्यालयों में स्नातक की 40 फीसदी सीटे खाली रह गई. बीजेपी विधायक ने कहा खुद CM भी उन विश्वविद्यालय में गए थे. लेकिन अबतक कुछ नहीं हुआ. नैक ग्रेडिंग मामले के बाद भी कुछ नहीं हुआ. जहां VRVU यूनिवर्सिटी में 84 हजार , ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी में 1 लाख 26 हजार , तिलका मांझी यूनिवर्सिटी में 8 हजार, मुंगेर यूनिवर्सिटी में 50 हजार सीटे स्नातक की सत्र 2022-25 के लिए खाली रह गई.


जिसपर शिक्षा मंत्री ने कहा शिक्षकों की कमी दूर करने कि कोशिश की जा रही हैं, यूनिवर्सिटी में 4 हजार शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया शुरू हैं. कोर्ट में मामला चला गया हैं. अतिथि शिक्षकों की बहाली की गई हैं. साथ ही नैक ग्रेड की प्रक्रिया चल रही. मंत्री ने कहा सबसे ज्यादा परेशानी मगध यूनिवर्सिटी को लेकर हुई हैं. सत्र ठीक से चले इसके लिए एक कमिटी बनाई गई हैं.