PATNA : कोरोना संक्रमित पाए गए नीतीश कैबिनेट के मंत्री विनोद कुमार सिंह पिछले दिनों विभागीय बैठक में शामिल हुए थे। सचिवालय स्थित विभागीय कार्यालय में मंत्री विनोद सिंह ने अधिकारियों के साथ बैठक की थी और सरकारी कामकाज निपटाया था। अब मंत्री विनोद कुमार सिंह के पॉजिटिव पाए जाने के बाद सचिवालय में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है।
विनोद कुमार सिंह पिछड़ा एवं अति पिछड़ा कल्याण विभाग के मंत्री हैं, लिहाजा अब उनके विभाग के अधिकारियों और अन्य स्टाफ को क्वारेंटाइन किए जाने और उनका मेडिकल चेकअप कराए जाने की नौबत आ गई है।मंत्री विनोद कुमार सिंह का विभाग मुख्य सचिवालय में है सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि मुख्यमंत्री के चेंबर के ठीक नीचे वाले इलाके में मंत्री जी का विभाग है।मंत्री विनोद कुमार सिंह के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सरकारी महकमे में खलबली मची हुई है। तमाम मंत्री अब याद कर रहे हैं कि आखिरी बार वह कैबिनेट सहयोगी विनोद कुमार सिंह के संपर्क में कब आए थे।
हालांकि राहत की बात यह है कि शुक्रवार को हुई कैबिनेट मीटिंग में मंत्री विनोद कुमार सिंह शामिल नहीं हुए थे। अगर मंत्री विनोद कुमार सिंह कैबिनेट की बैठक में शामिल होते तो मुख्यमंत्री समेत अन्य मंत्रियों के बीच संक्रमण का खतरा बढ़ गया होता।
शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत सरकार के अन्य मंत्री शामिल हुए थे। कैबिनेट की बैठक में तकरीबन डेढ़ घंटे तक 26 एजेंटों पर चर्चा हुई थी और फिर उस पर सरकार ने मुहर लगाई थी। लेकिन इस बैठक के दौरान मंत्री विनोद कुमार सिंह मौजूद नहीं थे। मंत्री विनोद कुमार सिंह की तबीयत पहले से ही ठीक नहीं थी इसलिए वह कटिहार से पटना नहीं आ सके थे।
बता दें कि नीतीश सरकार के पिछड़ा-अति पिछड़ा कल्याण मंत्री विनोद कुमार सिंह कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। बिहार सरकार का कोई मंत्री पहली बार कोरोना संक्रमित पाया गया है। विनोद कुमार सिंह कोरोना पॉजिटिव होने की खुद पुष्टि की है। उन्होंने खुद फर्स्ट बिहार झारखंड से फोन पर बातचीत के दौरान पॉजिटिव होने की पुष्टि की है। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें कटिहार स्थित विनायक होटल में आइसोलेट किया गया है।